कवड़ी निवासी किसान कृष्णलाल पिता सखाराम ने बताया कि मैंने कसरावद में सराफ दुकान से सात माह पहले बेटे की शादी में बहू के लिए 6 लाख 50 हजार रुपए की ज्वेलरी खरीदी।
सुनार ने सोना 24 कैरेट का बताकर जीएसटी सहित 39500 के भाव से दिया था जो आधी रकम देकर कुछ महीने की उधारी पर लिया और जब मेरे द्वारा बोली पर शेष राशि चुकाते हुए सराफा कारोबारी मुकेश पिता रमेशचंद्र सोनी से ज्वेलरी का पक्का बिल मांगा गया तो बिल देने से मुकर गया। जिसके चलते मुझे सोने की शुद्धता पर शक हुआ और मैंने इंदौर जाकर लेबोरेट्री में चेक करवाई तो सोना 24 कैरेट की बजाए 18 कैरेट ही निकला क्योंकि एक्सपर्ट ने हमें बताया कि 490 मिलीग्राम सोने में मीनू और टाका पाना काटकर 60 ग्राम सोना घटकर 430 मिलीग्राम ही निकला। जिसकी पुलिस को शिकायत करें दो माह होने को हैं, लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही हैं।
आरोप निराधार
किसान के पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही ज्वेलरी मार्केट भाव से कम में दी गई है। आरोप निराधार है।
मुकेश सोनी, सराफा व्यापारी
मामला पुलिस का नहीं
किसान कृष्णलाल ने शिकायत की थी जांच में निष्कर्ष निकलता है कि मामला पुलिस का न होकर सेलटैक्स विभाग का है। उसी विभाग में जाने की शिकायतकर्ता को समझाइश दी गई है।
माधवसिंह ठाकुर, टीआइ, कसरावद