इसकी बानगी गुरुवार को झिरन्या जनपद के ग्राम पंचायत पीपरखेड़ नाका में सामने आया। यहां गांव के ऐसे लोगों के नाम पर भुगतान किया गया, जो कभी मजदूरी करने गए नहीं। मोनू शिवशंकर नामक शख्स के जॉबकार्ड पर फिल्मी हिरोइन दीपिका पादुकोण का फोटो लगाया है। मनोज उर्फ मोनू दुबे ने आरोप है कि उसके पास 60 बीघा जमीन है। वह कभी मजदूरी करने नहीं गया। फिर भी पंचायत में सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने मिलकर उसके नाम से 30 हजार रुपए निकाल लिए। जिसकी शिकायत मनोज ने अधिकारियों को करने की बात कही। मीडिया के सामने मामला आने पर जिपं सीईओ गौरव बेनल अधीनस्थ अधिकारियों को सात दिन में जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।
मनरेगा में मजदूरी के भुगतान को लेकर पूरे प्रदेश में झिरन्या जनपद को छठा स्थान मिला है। वही जिले में प्रथम स्थान मिला है। लेकिन पीपरखेड़ा नाका में सामने आई धांधली से योजना के दावों की पोल खुलकर सामने आती है। जनपद सीईओ मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। वहीं ग्रामीणाों का कहना है कि गरीबों के हक को मारकर सरकार का सारा पैसा अफसरों की जेब में जा रहा है।
फर्जी जॉब कार्ड बना किया भुगतान
झिरन्या तहसील की कई पंचायतों में फर्जी जॉब कार्ड बनाने का गोरखधंधा चल रहा है। जिन जॉबकार्ड मजदूरों की मृत्यु हो जाती है। उनके मुखिया के नाम से नया जॉब कार्ड बनाया जाता है। उसमें उनके परिवार के सदस्यों के नामों की जगह फर्जी लोगों के नाम की एंट्री की जा रही है । पूर्व में बने असली जॉब कार्ड में जॉब कार्ड के मुखिया का बैंक में अकाउंट होता है उसी अकाउंट पर नए जॉबकार्ड धारी ओर उनके परिवार के सदस्यों के नाम से मजदूरी की राशि का आहरण किया का जा रहा है। पंचायतों में जाबकॉर्ड की अगर जांच हो जाए तो लाखों रुपए की राशि के आहरण का फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।
जांच के आदेश
मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। सात दिन में जांच के आदेश दिए है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरव बेनल, जिपं सीईओ खरगोन
जानकारी नहीं
मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। मनरेगा का काम रोजगार सहायक देखता है।
मोजीलाल सोनाने, सचिव ग्राम पंचायत पीपरखेड़ नाका