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फेसबुक पर हुई दोस्ती, प्यार तक पहुंची बात और घर छोड़ उड़ीसा जा पहुंची नाबालिग

locationखरगोनPublished: Sep 08, 2021 10:34:16 am

Submitted by:

Gopal Joshi

-मप्र के खरगोन जिले का मामला, पुलिस उड़ीसा पहुंची, नाबालिग को परिजन के सुपुर्द किया, युवक को जेल भेजा

Friendship on Facebook reached love and a minor left home and went to Orissa

खरगोन. नाबालिग को शादी का झांसा देकर ले गए युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

खरगोन.
प्रेम की कोई हद नहीं होती। कोई सीमा नहीं होती। प्यार को लेकर गढ़ी गई यह बातें अक्सर चरितार्थ होती है, लेकिन बिना देखे किसी से प्रेम करना और उसके लिए परिवार, गांव छोड़कर कोसों दूर पहुंच जाना ऐसा कम ही देखने को मिलता है। ऐसा ही एक वाक्या मप्र के खरगोन जिले में हुआ है। यहां कक्षा १०वीं की एक छात्रा की फेसबुक पर उड़ीसा के युवक से दोस्ती हुई। सालभर चर्चा के बाद मामला प्रेम तक पहुंचा। युवक आया और नाबालिग को अपने संग ले गया। इधर, परिजनों ने नाबालिग की गुमशुदगी थाने पर दर्ज कराई और पुलिस उसकी खोजबीन में उड़ीसा जा पहुंची। वहां से नाबालिग को लेकर आई और युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
गोगांवा थाना प्रभारी महेश सुनीया ने बताया गोगांवा थाना क्षेत्र के रोडिय़ा की नाबालिग (१६) साल पर पहले उड़ीसा के आकाश चमरा (२४) के संपर्क में आई। हैलो-हाय से शुरू हुई कहानी प्रेम प्रसंग तक पहुंच गई। आकाश ने नाबालिग को शादी का झांसा दिया और यहां आकर अपने साथ अपने प्रदेश ले गया। इधर, नाबालिग के अचानक गायब होने का केस परिजन ने अहीरखेड़ा चौकी पर दर्ज कराया।
साइबर सेल की मदद से पकड़ी लिंक, उड़ीसा पहुंची पुलिस
थाना प्रभारी ने बताया शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की। हर तथ्य को बारीकी से जांचा। नाबालिग का फेसबुक अकाउंट चेक किया तो पता चला कि वह उड़ीसा के किसी आकाश नामक युवक से चर्चा कर रही है। साइबर सेल की मदद से पुलिस उड़ीसा पहुंची और यहां से नाबालिग को लेकर लौटी, परिजनों के सुपूर्द किया।
युवक को पहुंचाया जेल
पुलिस ने नाबालिग को छुड़ाने के साथ ही आकाश को भी गिरफ्तार किया। उसे अपने साथ लेकर आई। केस दर्ज करने के बाद आकाश को जेल भेजा है। उल्लेखनीय है कि नाबालिग के पिता खेती करते हैं और वह कक्षा १०वीं की छात्रा है। उक्त मामले को सुलझाने में सहायक निरीक्षक रायसिंह गुंडिया, आरक्षक अनिल बामनिया, संतोष बामनिया, ज्ञानसिंह रावत, महिला आरक्षक स्वाती तोमर, सुगना, दिनेश मंडलोई का योगदान रहा।

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