थाना प्रभारी ने बताया शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की। हर तथ्य को बारीकी से जांचा। नाबालिग का फेसबुक अकाउंट चेक किया तो पता चला कि वह उड़ीसा के किसी आकाश नामक युवक से चर्चा कर रही है। साइबर सेल की मदद से पुलिस उड़ीसा पहुंची और यहां से नाबालिग को लेकर लौटी, परिजनों के सुपूर्द किया।
पुलिस ने नाबालिग को छुड़ाने के साथ ही आकाश को भी गिरफ्तार किया। उसे अपने साथ लेकर आई। केस दर्ज करने के बाद आकाश को जेल भेजा है। उल्लेखनीय है कि नाबालिग के पिता खेती करते हैं और वह कक्षा १०वीं की छात्रा है। उक्त मामले को सुलझाने में सहायक निरीक्षक रायसिंह गुंडिया, आरक्षक अनिल बामनिया, संतोष बामनिया, ज्ञानसिंह रावत, महिला आरक्षक स्वाती तोमर, सुगना, दिनेश मंडलोई का योगदान रहा।