हैवानों ने इस घटना को अंजाम देते समय जरा भी दया नहीं दिखाई। परिजनों के मुताबिक चारों बच्चे खेत पर बने पक्के मकान के अंदर सो रहे थे। मुख्य दरवाजा बंद था। घर के पीछे बनी खिड़की को तोड़कर बदमाश अंदर दाखिल हुए। जहां पीडि़ता के साथ ज्यादती की। कुल्हाड़ी से गले में हमला कर एक.एक चारों की जान ले ली। सुबह सभी के शव घर में ही रक्तरंजित हाल में पड़े मिले।
उक्त घटना से आदिवासी समाज में काफी आक्रोश है। पीडि़त परिवार के सदस्य रावेर पहुंचे। जहां दोपहर में चारों बच्चों का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं शनिवार को समाजजनों ने रावेर में धरना देकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख को ज्ञापन सौंपा। जिसमें पीडि़त परिवार को सरकारी सहायता देने और बड़े लड़के को नौकरी देने की मांग की। आरोपियों को फांसी की सजा देने की बात कही।
घटना बेहद गंभीर है। हमनें चारों शवों का पोस्टमार्टम किया है। परिवार ने नाबालिग से रेप की आशंका जताई है। शंका हमें भी है। शनिवार को पोस्टमार्टम हुआ है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ चल रही है।