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जनता का मर्ज मिटाने फर्ज निभा रहे कर्मवीर, किसी ने छोड़ा परिवार, कोई वीडियो कॉलिंग से अपनों को दे रहे दिलासा

locationखरगोनPublished: Apr 06, 2020 07:55:08 pm

Submitted by:

Gopal Joshi

कर्मवीर…-जिला अस्पताल में पदस्थ ईएनटी एक्सपर्ट डॉ. आलोक परिवार का परिवार खरगोन में, लेकिन ड्यूटी देने के लिए रोज जाते हैं अस्पताल, संक्रमण से परिवार न हो प्रभावित इसके लिए छोड़ा घर, किराए के मकान में रहते हैं -सुरक्षा व्यवस्था में लगी दो महिला एसआई भी जोखिम उठाकर निभा रही फर्ज, अपनों से दूर रहने की मजबूरी,

Karmaveer ...

जनता सुरक्षित रहे, इसके लिए इन कर्मवीरों ने अपने परिवारों से दूरी बना ली और पूरा समय अपना फर्ज निभा रहे हैं।

खरगोन.
इतिहास गवाह है किसी भी युद्ध को जीतने के लिए वीरों की आवश्यकता होती है। ऐसे कई रणबांकुरों के कहानी किस्से हम अक्सर पढ़ते हैं जिन्होंने विपरित हालातों से हार नहीं मानी परिस्थितियों का डंटकर सामना करते हुए जीत का परचम भी लहराया। अभी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से हर कोई भयभीत है। न दिखने वाला यह वायरस लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है। खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में जिले के कुछ कर्मवीर ऐसे हैं जो इस अदृश्य वायरस को परास्त करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। जनता सुरक्षित रहे, इसके लिए इन कर्मवीरों ने अपने परिवारों से दूरी बना ली और पूरा समय अपना फर्ज निभा रहे हैं। पत्रिका ने सोमवार को ड्यूटी दे रहे डॉक्टर, पुलिसकर्मियों की हकीकत जानी तो कुछ ऐसे किस्से सामने आए। पढि़ए कर्मवीरों की यह खास रपट।
केस- 1
14 सदस्यों का भरा-पुरा परिवार, ड्यूटी के लिए सबसे बनाई दूरी
जिला अस्पताल में पदस्थ ईएनटी एक्सपर्ट डॉ. आलोक गुप्ता ने बताया वह जिला अस्पताल में संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर इंदौर भेजने का काम कर रहे हैं। इस काम में सबसे ज्यादा जोखिम है। कोरोना का संक्रमण उनके जरिए परिवार तक न पहुंचे इसके लिए डॉ. गुप्ता ने परिवार से दूरी बना ली। उनका 14 सदस्ीय परिवार श्रीनाथ कॉलोनी में रहता है। सनावद रोड पर उन्होंने किराए का कमरा लिया है। परिवार सदस्य रोजाना टिफिन भेज रहे हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया वे ३० मार्च से अलग कमरे में रहते हैं। उनका एक बेटा, एक बेटी है जो रोजाना शाम को घर आने का पूछते हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया जब तक हालात नियंत्रित नहीं होते तब तक खुद का शेड्यूल ऐसा ही रखेंगे।
केस-2
रोजाना बच्चों को घर छोड़कर शहर में देती है ड्यूटी
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए शहर में लॉक डाउन है। इसका पालन कराने के लिए पुलिस सुरक्षा बंदोबस्त में डंटी है। कोतवाली पर पदस्थ महिला एसआई कविता निलेश डामोर ने बताया इसमें उनकी भी ड्यूटी लगी है। कविता के दो छोटे बच्चे हैं। सुबह ड्यूटी पर आने से पहले वह उन्हें घर पर छोड़कर आती हैं। फिर ड्यूटी खत्म होने के बाद जब लौटती है तो सबसे पहले खुद को सेनेटाइज करती है। दो घंटे बच्चों से दूर रहती हैं। कविता के पति भी होम गार्ड में पदस्थ है। उनकी ड्यूटी इंदौर में लगी है।
केस- 3
रोजाना परिवार से वीडियो कॉल पर होती है बात
कुक्षी की रहने वाली महिला एसआई मंजुबाला बघेल की ड्यूटी भी लॉक डाउन के दौरान शहर में लगाई गई है। वे यहां डीआरपी लाइन में रहती हैं। मंजुबाला ने बताया परिवार कुक्षी में है। हालातों को देखते हुए परिवार ज्यादा चिंतित है। दिन में चार बार वीडियो कॉलिंग से बात करते हैं। हर समय परिवार के सदस्य खुद का ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं।
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