दरअसल, खरगोन स्थित भसनेर के पास कुएं से भगवानपुरा निवासी पूजा का शव बरामद हुआ था। पुलिस जांच के बाद युवती के रिश्तेदार आरोपी कमलेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि उसने भतीजे की मौत का बदला लेने के लिए पूजा को कुएं में फेंक दिया था।
पढ़ाई के लिए आई थी युवती
कोतवाली टीआई ललित डागुर ने बताया कि पूजा राठौड़ कॉलेज की पढ़ाई के लिए खरगोन के स्वर्णकार कॉलोनी में किराए से रहती थीं। यहीं पूजा का चचेरा भाई हर्षित भी रहता था। हर्षित 10वीं में पढ़ाई करता था। वह पूजा से एकतरफा प्यार करने लगा था।
कोतवाली टीआई ललित डागुर ने बताया कि पूजा राठौड़ कॉलेज की पढ़ाई के लिए खरगोन के स्वर्णकार कॉलोनी में किराए से रहती थीं। यहीं पूजा का चचेरा भाई हर्षित भी रहता था। हर्षित 10वीं में पढ़ाई करता था। वह पूजा से एकतरफा प्यार करने लगा था।
शादी का प्रस्ताव रखा
पूजा के चचेरे भाई हर्षित ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। जिसे पूजा और परिजनों ने नहीं माना। क्योंकि हर्षित के दादा और पूजा के दादा दोनों सगे भाई थे। इसलिए परिवार ने शादी से मना कर दिया। इससे कुंठित होकर हर्षित ने 19 नवंबर 2018 को खरगोन में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
पूजा के चचेरे भाई हर्षित ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। जिसे पूजा और परिजनों ने नहीं माना। क्योंकि हर्षित के दादा और पूजा के दादा दोनों सगे भाई थे। इसलिए परिवार ने शादी से मना कर दिया। इससे कुंठित होकर हर्षित ने 19 नवंबर 2018 को खरगोन में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
पूजा को दोषी मानने लगा परिवार
हर्षित के खुदकुशी के बाद उसके परिवार के लोग पूजा को दोषी मानने लगा। उसके बाद हर्षित के सगे चाचा कमलेश ने पूजा को खत्म करने की ठान ली।
हर्षित के खुदकुशी के बाद उसके परिवार के लोग पूजा को दोषी मानने लगा। उसके बाद हर्षित के सगे चाचा कमलेश ने पूजा को खत्म करने की ठान ली।
कुएं में फेंका
कमलेश राठौड़ भतीजे की मौत से विचलित था और वह पूजा को मारकर बदला लेना चाहता था। पुलिस के मुताबिक उसने सबसे पहले पूजा से दोस्ती की। फोन पर घंटों बात करने लगा। फिर नजदीकी बढ़ाकर मिलने लगा। 22 मार्च 2019 को वह पूजा को खरगोन से अपने धवली लेकर गया। वहां एक दिन अपने घर रखा। अगले दिन वापस खरगोन छोड़ने के लिए पूजा को बाइक पर बैठाकर लौट रहा था। बलवाड़ी, चाचरिया व्हाया कुम्हारखेड़ा रोड से खरगोन आते समय भसनेर के पास बाइक रोक दी। यहां फिर पूजा को बातों उलझाए रखा और कुएं में धक्का दे दिया।
कमलेश राठौड़ भतीजे की मौत से विचलित था और वह पूजा को मारकर बदला लेना चाहता था। पुलिस के मुताबिक उसने सबसे पहले पूजा से दोस्ती की। फोन पर घंटों बात करने लगा। फिर नजदीकी बढ़ाकर मिलने लगा। 22 मार्च 2019 को वह पूजा को खरगोन से अपने धवली लेकर गया। वहां एक दिन अपने घर रखा। अगले दिन वापस खरगोन छोड़ने के लिए पूजा को बाइक पर बैठाकर लौट रहा था। बलवाड़ी, चाचरिया व्हाया कुम्हारखेड़ा रोड से खरगोन आते समय भसनेर के पास बाइक रोक दी। यहां फिर पूजा को बातों उलझाए रखा और कुएं में धक्का दे दिया।
सात दिन बाद मिला था शव
युवती के अचानक गायब होने से परिजन हैरान रहे। सात दिन बाद ग्रामीणों की सूचना पर पूजा का शव कुएं से बाहर निकाला, जो पूरी तरह से सड़ चुका था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए कमलेश को ही मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने पूजा के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली तो हत्या का राज सामने आया। आरोपी पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा। पुलिस जब उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो गुनाह कबूल किया।
युवती के अचानक गायब होने से परिजन हैरान रहे। सात दिन बाद ग्रामीणों की सूचना पर पूजा का शव कुएं से बाहर निकाला, जो पूरी तरह से सड़ चुका था। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए कमलेश को ही मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने पूजा के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली तो हत्या का राज सामने आया। आरोपी पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा। पुलिस जब उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो गुनाह कबूल किया।
कोतवाली टीआई खरगोन ने कहा कि युवती की हत्या के जिम्मेदार आरोपी कमलेश को गिरफ्तार किया है। वह लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा था। कोर्ट से रिमांड मिली है, आरोपी से पूछताछ की जाएगी।