आइंस्टीन जैसा है कृष्णा का दिमाग, साढ़े नौ साल की उम्र में 10 वीं की परीक्षा दी
खरगोनPublished: Jun 20, 2018 12:17:08 pm
– जिले के लोनारा की कृष्णा निमाड़ की नन्हीं आइंस्टीन के रुप में पहचान बना रही- ३ साल पहले ५ वीं कक्षा में किया था टॉप
10 वीं कक्षा की परीक्षा देती छात्रा कृष्णा गुप्ता।
खरगोन.
नाम कृष्णा गुप्ता.., उम्र साढ़े नौ साल.., आईक्यू लेवल आइंस्टीन जैसा 150 से अधिक.., अंग्रेजी, संस्कृत और हिंदी भाषा का ज्ञान.. आंकड़ों का यह गणित चौंकाने वाला जरुर है, लेकिन यह सच है। उम्र के इस दौर में जहां बच्चें जोड़-घटाव के साथ चंद शब्दों को आपस में पिरोकर वाक्य बनाने में जुटे होते हंै, वहीं जिले के लोनारा गांव की कृष्णा बिना किसी शाला में प्रवेश अपने घर पर ही पढ़ाई कर दसवीं कक्षा का पर्चा हल कर रही है। मंगलवार को कृष्णा शहर के नवीन कन्या हाईस्कूल में मप्र राज्य ओपन की हाईस्कूल की परीक्षा का आखिरी पर्चा हल करने पहुंची। दरअसल, लोनारा के रहने वाले मैनेजमेंट कंसल्टेट अखिलेश गुप्ता और शीतल गुप्ता की साढ़े नौ साल की बेटी कृष्णा बचपन से ही दिमागी कौशल के साथ भाषा ज्ञान में निपुण रही है। इसे देख करीब तीन साल पहले जब कृष्णा का आईक्यू टेस्ट कराया तो वह 150 से भी ज्यादा निकला। कृष्णा का जन्म 19 अक्टूबर 2008 को हुआ। शुरु से ही कृष्णा में जिज्ञासा और अद्भुत स्मरण शक्ति दिखी। मंगलवार को परीक्षा देकर लौटी कृष्णा ने बताया कि सभी प्रश्न पत्र बहुत अच्छे से हल किए। सभी में अच्छे अंक मिलने और बेहतर परिणाम की उम्मीद बनी हुई है।
एक बार में ही याद हो जाती है हर बात
पिता के अनुसार पारिवारिक माहौल के बीच बच्ची में शुरु से ही जिज्ञासा और अद्भुत स्मरण शक्ति दिखी। उसे हर बात एक ही बार में याद हो जाती। कृष्णा कम्प्यूटर चलाने, हिंदी टाइपिंग, अंग्रेजी टाइपिंग, इंटरनेट चलाने, ई-मेल, ब्लॉग लिखने सहित योगा और खेलकूद की गतिविधियों में परिवार के अन्य सदस्यों को पीछे छोड़ देती है।
पांचवी की परीक्षा देकर बटोरी थी सुर्खियां
कृष्णा ने तीन साल पहले पांचवी की परीक्षा देकर सुर्खियां बटोर चुकी है। पिता अखिलेश गुप्ता ने बताया कि उस समय शिक्षामंत्री दीपक शर्मा से विशेष अनुमति लेने के बाद परीक्षा दिलाई गई थी। उस परीक्षा में कृष्णा ने जिले में टॉप किया था।
सिस्टम का साथ मिले तो बढ़ें हौंसला
छोटी सी उम्र में दिमागी कौशल से लोगों को हैरत में डाल रही कृष्णा को सिस्टम का साथ मिले तो वही छोटी सी उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकती है। पिता अखिलेश ने बताया कि सरकार और अफसरों को इस तरह के विद्यार्थियों की मदद कर हौंसला अफजाई करना चाहिए।
जीनियस कैटेगरी
– आमतौर पर लोगों का आईक्यू लेवल 100 के करीब होता है। कृष्णा का आईक्यू जीनियस कैटेगरी का हो सकता है। अनुवांशिक गुणों या पारिवारिक माहौल के कारण कृष्णा में इस तरह के गुण हो सकते हैं। – डॉ. श्याम नीमा, मनोचिकित्सक, खरगोन।