भूमिपूजन के मौके पर विधायक रवि जोशी ने महाविद्यालय के लिए अपनी प्राथमिकता बताई। उन्होंने कहा कि जिले के पीजी और जीडीसी कॉलेज खरगोन में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सभी सुविधाएं मिलना चाहिए। कक्षाओं में आवश्यकता अनुसार फर्नीचर, लाइब्रेरी और स्टाफ की कमी दूर की जाएगी। इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से ५० करोड़ का बजट मांगा, उन्होंने ३५ करोड़ रुपए देने सहमति प्रदान की हैं। आगामी १५ दिनों में यह राशि पीजी कॉलेज के खाते में आ जाएगी। इसके बाद जो भी अधूरे काम हैं, वे सभी पूरे किए जाएंगे। विद्यार्थियों के हित में जो भी जरुरतें हैं, उन सभी को पूरा किया जाएगा।
प्राचार्य डॉ. आरएस देवड़ा ने कॉलेज के भूमिपूजन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा विभाग और यूनिवर्सिटी से लॉ कोर्स शुरु करने की अनुमति मिल चुकी हैं। अब केवल बार काउंसिल ऑफ इंडिया की सहमति मिलना बाकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि आगामी शिक्षा सत्र से लॉ की पढ़ाई शुरु होगी। कॉलेज बिल्डिंग बनने तक शुरुआत में कक्षाएं पीजी कॉलेज में लगाई जाएगी। प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज निर्माण के लिए १८ महीने का समय मिला हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण चार महीने काम शुरु नहीं हुआ। किंतु हमें विश्वास है कि १४ महीने में कॉलेज बनकर तैयार होगा।
जुलवानिया रोड से कॉलेज तक पहुंचने के लिए ५०० मीटर की सड़क बदहाल हैं। जिसे ठीक करने की बात भी विधायक ने कही। इस एप्रोच रोड से किसानों के खेत लगे हैं। इनमें कृषक शंकर रघुवंशी, मुकेश रघुवंशी, अरिवंद्र रघुवंशी, राकेश और शुभम रघुवंशी द्वारा एप्रोच रोड के लिए जमीन दान दी गई। इन्हें भी मंच पर बुलाकर सम्मान किया गया।
लॉ कॉलेज के लिए नए भवन का निर्माण पीआईयू द्वारा किया जाएगा। विभाग के संभागीय यंत्री जेके मीणा ने बताया कि कॉलेज के लिए दो मंजिला बिल्डिंग बनाई जाएगी। जिसमें क्लास रूम के साथ मिटिंग हाल, फर्नीचर, कम्प्यूटरकृत लाइब्रेरी आदि तैयार कि जाएंगे। वहीं कोर्स शुरु करने के लिए एक प्राचार्य, एक प्राध्यापक और तीन सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी।
-५.२५ करोड़ कुल बजट
-१० एकड़ जमीन में तैयार होका कैंपस
-२०११ में बार काउसिंल के आदेश पर बंद हुआ था कॉलेज
-०८ साल के बाद फिर शुरु होगा