दो दिनी स्वास्थ्य मेले में गुरुवार को 1500 से ज्यादा रोगियों की नज्ब डॉक्टरों ने टटोली। खासकर उन रोगियों और परिजनों को राहत मिली जो दिल में छेद, हृ़दय रोग, जन्मजात बीमारी, भेंगापन, बेहरापन, कटे होठ, तालू जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे। यहां बच्चों के टीकाकरण का स्टॉल भी लगाया गया।
4 साल की राजश्री व सात साल की चांदनी के कान नहीं: मेले में आई अंदड़ की 4 वर्षीय राजश्री और रेगवा की 7 वर्षीय चांदनी के जन्मजात कान नहीं है। उनका चेकअप कर उन्हें भी कृत्रिम कान लगाने का आश्वासन दिया गया है। इसी तरह महिमा काल्यापानी को तालू ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया। भेंगापन की समस्या से ग्रसित योगिता विक्रम निवासी कसरावद का भी ट्रीटमेंट किया गया।
दो दिन में 3084 मरीजों का उपचार
दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का समापन गुरुवार का हुआ। कुल 3084 मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों ने देखा। 121 मरीजों को रेफर किया। बाल ह्दय रोग के 44, कांकलियर इम्प्लांट के 10, क्लब फुट के 16, हड्डी रोग के 4, स्त्री रोग के 2, यूरोलॉजी 4, न्यूरो के 2, ह्रदय रोग के 10, मानसिक रोग के 2, भेंगापन के 16, मोतियाबिंद के 2, कटे होंठ तालु के 6, दंत चिकित्सा के 2 और शल्य रोग के 1 मरीज को रेफर किया है।