शासन की गाइडलाइन के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइन के विपरित होकर विधि के विरुद्ध होगा। शराब दुकान खुलने से ओंकारेश्वर मुख्य मार्ग पर आए दिन लड़ाई झगडे की संभावना रहेगी। जिसका प्रतिकूल प्रभाव वहां के रहवासियों पर पड़ेगा। मुख्य मार्ग से धार्मिक तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर पहुंच मार्ग है। तीर्थ नगरी का मांस मदिरा प्रतिषेध क्षेत्र होकर बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों पर भी उनकी धर्मिक भावनाओं पर विपरित असर पड़ेगा। सावन माह में हजारों कावडि़ए ज्योर्तिलिंग जल अर्पित करने जाते हैं। वहीं प्रतिदिन कई श्रद्धालु तीर्थ नगरी में दर्शन पूजन अर्चन के लिए जाते हैं। पर्यटन क्षेत्र होने के साथ बड़ी संख्या में पर्यटक ओर ग्रामीण क्षेत्रो की छात्र-छात्राएं इस मार्ग से शैक्षणिक संस्थाओं के लिए नियमित निकलते है। मार्ग पर विदेशी या देसी शराब दुकान आती है तो छात्र-छात्राओं को अकेले जाने में भय का माहौल बनने के साथ अभिभावकों को चिंता सता रहेगी।
आंदोलन की चेतावनी रहवासियों ने अतिरिक्त कमिश्नर आबकारी, कलेक्टर, सर्कल निरीक्षक आबकारी को 14 मार्च को लिखित में आपत्ति आवेदन प्रस्तुत किया था। उसके बाद भी शराब ठेकेदार द्वारा दुकान में प्रतिदिन निर्माण कार्य करते हुए जल्द ही लोगों को दुकान खोलने की सूचना दी जा रही है।। रहवासियों ने बताया इस मामले में प्रशासन संज्ञान लेकर तुंरत शराब दुकान की अनुमति को निरस्त करें। अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन का वाचन अधिवक्ता सतबीर सिंह खनूजा ने किया। इस दौरान सतबीर सिंह खनूजाए अंशुबाला अ्रगवालए प्रतिभा अग्रवाल, अंकिता कोर खनूजा, अंकिता त्रिवेदी, ललिता अग्रवाल, सुनिता अग्रवाल,भंवरलाल कुमायूं, कृष्णराव सोनोने, गणेश मालवीया, विपुल त्रिवेदी, राधेश्याम सेन, कृष्णराव सोनोने ,जयेश यादव, कृष्णचंद्र सोहनी, राहुल वर्मा सहित अन्य मौजूद थे।