ठगी के शिकार हुए विष्णु ने बताया कि फरवरी में हमारी सगाई हुई थी। इस दिन बयाने में 50 हजार रुपए दिए थे। वहीं 23 मार्च 2019 को परिवार सहित दो दोस्तों के साथ खरगोन पहुंचा। जहां अनिता और मेरी एक मंदिर में शादी हुई। इस दौरान डेढ़ लाख रुपए और सोने के रकम आदि दिए गए थे। लेकिन विष्णु और परिजनों को यह नहीं मालूम था कि शादी की यह खुशी चंद क्षण बाद ही परेशानी में बदल जाएगी।
विष्णु के मुताबिक शादी के बाद दुल्हन को लेकर गाड़ी से वापस राजस्थान के लिए रवाना हुए थे। खरगोन से खलघाट पहुंचे थे कि रास्ते में अनिता की एक रिश्तेदार का फोन आया और उन्होंने पूछा कि तुम लोग अभी तक कहा पहुंचे। अनिता द्वारा बताया खलघाट में है। यह लोकेशन मिलने के करीब आधे घंटे बाद हमारी गाड़ी मानपुर के आसपास पहुंची, उसी दौरान एक सफेद कार हमारी गाड़ी के सामने आकर खड़ी हो गई। इसमें तीन लोग नीचे उतरे और उन्होंने हमारे साथ मारपीट की और युवती को अपनी गाड़ में बैठाकर भाग गए।
पीडि़त युवक सहित परिजनों द्वारा प्रतापगढ़ के हथुनिया थाने पर झूठी शादी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। राजस्थान पुलिस के एएसआई शिवलाल जोगी ने बताया कि बांसवाड़ा निवासी सुनील मीणा की मदद से शादी हुई थी। पुलिस ने सबसे पहले सुनील को उठाया। जिसे पता चला कि युवती खरगोन जिले की रहने वाली है। इसके बाद विष्णु सहित सुनील को लेकर पुलिस खरगोन पहुंची। यहां कोतवाली पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी गई। बीते दो दिनों से पुलिस ने सर्चिंग कर धोखाधड़ी करने वाली दुल्हन और उसके तथाकतिथ जीजा को गिरफ्तार किया।
शादी के नाम पर ठगी
पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने वाली लुटेरी और उसके तथाकतिथ रिश्तेदार को गिफ्तार किया है। दोनों को राजस्थान पुलिस के सुपुर्द किया है। आरोपितों के अपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
ललितसिंह डागुर, टीआई कोतवाली