39 घंटे बाद देखा चेहरा, फूट-फूट कर रोए परिजन हादसे की खबर के बाद से ही मेलखेड़ी में डावर परिवार के लोग सोए नहीं पाए। जैसे ही बेटों के शव गांव लाए गए। परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। यहां तीन भाइयों के परिवार में चार जवान बेटों की मौत हुई। गांव में समाज के अन्य लोगों के घर भी हैं। जहां एक भी घर में चूल्हा नहीं जला।
राखी के दिन टूट दु:खों का पहाड़ रविवार को जहां रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया। वहीं मेलखेड़ी सहित मक्सी, मोयदा, बबलाई और काछीकुआं में लोग गम में डूबे रहे। यहां मजदूर परिवारों पर दु:खों का पहाड़ टूट हुआ था। जिससे ग्रामीण शोक मनाते रहे।
रविवार सुबह चारों की अर्थियां तैयार कर अंतिम संस्कार किया गया
रविवार सुबह चारों की अर्थियां तैयार कर अंतिम संस्कार किया गया