प्रभारी मंत्री ने कहा कि सरकारी अस्पताल में जो भी मरीज चिकित्सा के लिए आते हैं उनका पूरा इलाज अस्पताल में ही किया जाना चाहिए, लेकिन देखने में आ रहा है कि गरीब आदमी को सामान्य इलाज के लिए रेफर कर दिया जाता है। इसी प्रकार प्रसूता महिलाओं को भी रेफर किया जा रहा है। इस कारण गरीब व्यक्ति परेशान होते रहते हैं। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में यह समस्या है। मेरे पास फोन आते हैं कि सरकारी डॉक्टर ने इलाज से मना कर दिया है। यदि बड़वाह के शासकीय अस्पताल में ऐसी शिकायतें आई तो सीधी कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं एफआइआर भी दर्ज की जाएगी। प्रभारी मंत्री ने सीबीएमओ डॉ. सुनील वर्मा को निर्देश दिए कि बड़वाह अस्पताल में आने वाली प्रसूता महिलाओं की जानकारी दीजिए और बताइए कि कितनी महिलाओं की अस्पताल में प्रसूति करवाई गई और कितनी प्रसूता महिलाओं को बाहर रेफर किया गया।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि यह जानकरी मुझे दीजिए। ताकि पता चल सके कि बड़वाह के शासकीय अपस्ताल में क्या चल रहा है। स्वास्थ्य मेले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण आहार के विभिन्न व्यंजन बना कर स्टॉल लगाए थे।
दिव्यांग बच्चों का होगा निशुल्क ऑपरेशन
अस्पताल में भर्ती एक 12 वर्षीय दिव्यांग बच्चे को देख कर मंत्री उसके पास पहुंच गए। बच्चे का एक हाथ-पैर काम नहीं कर रहा है। प्रभारी मंत्री ने बच्चे और उसकी मां को आश्वत किया कि चिंता मत करना बच्चे का इलाज व ऑपरेशन निशुल्क करवाया जाएगा। इस दौरान विधायक सचिन बिरला सहित जितेंद्र सुराणा महिम ठाकुर, रवि एरन, निखिलेश खंडेलवाल एवं भाजपा नेता उपस्थित थे।
1150 मरीजों का उपचार
शिविर में दोपहर 1 बजे तक 1150 मरीजों की जांच कर उपचार किया गया। इस दौरान 45 पात्र नागरिको के आयुष्मान कार्ड बनाए गए।