दरअसल, खरगोन जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर ग्राम मोठापुरा में एंड्रायड मोबाइल पर गेम खेलना एक बच्चे पर भारी पड़ गया। अचानक मोबाइल की बैटरी फट गई। उससे बच्चा घायल हो गया। उसे पैरों और हाथों में चोट आई है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसे भी पढ़ें: गजब है भोपाल पुलिस! टक्कर के बाद गिरेंंगे तो उठाएगी नहीं लात मारेगी मिली जानकारी के अऩुसार मोठापुर निवासी किशन का सात वर्षीय बेटा विशाल शनिवार को मोबाइल पर गेम खेल रहा था। इस दौरान मोबाइल की चार्जिंग भी चालू थी। अचानकर मोबाइल गर्म हो गया और उसकी बैटरी फट गई। धमाके की आवाज से परिवार के सभी सदस्य घबरा गए।
जोर-जोर से रोने लगा बच्चा
मोबाइल की बैट्री फटते ही बच्चा पूरी तरह से डर गया और वह कमरे में जोर-जोर से रोने लगा। परिजन ने उसे तत्काल उठाया, लेकिन धमाके के चलते उसके हाथ और पैरों में चोट आई है। तत्काल उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसके पैरों में टांके लगे हैं।
मोबाइल की बैट्री फटते ही बच्चा पूरी तरह से डर गया और वह कमरे में जोर-जोर से रोने लगा। परिजन ने उसे तत्काल उठाया, लेकिन धमाके के चलते उसके हाथ और पैरों में चोट आई है। तत्काल उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसके पैरों में टांके लगे हैं।
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टीचर वरुण बार्चे ने कहा कि हर घर में एंड्रायड मोबाइल का प्रयोग समान्य हो गया है। बच्चे मोबाइल पर गेम चलाने की जिद करते हैं। उनकी जिद को पूरा करने के लिए परिवार के सदस्य उन्हें मोबाइल थमा देते हैं। यह गलत है। मोबाइल रेडिएशन के चलते यह बच्चों के स्वास्थ्य पर भी हानिकारिक प्रभाव डालते हैं। कई बार तकनीकी खामियों के चलते मोबाइल ब्लास्ट होते हैं, हमें सबक लेना चाहिए।
टीचर वरुण बार्चे ने कहा कि हर घर में एंड्रायड मोबाइल का प्रयोग समान्य हो गया है। बच्चे मोबाइल पर गेम चलाने की जिद करते हैं। उनकी जिद को पूरा करने के लिए परिवार के सदस्य उन्हें मोबाइल थमा देते हैं। यह गलत है। मोबाइल रेडिएशन के चलते यह बच्चों के स्वास्थ्य पर भी हानिकारिक प्रभाव डालते हैं। कई बार तकनीकी खामियों के चलते मोबाइल ब्लास्ट होते हैं, हमें सबक लेना चाहिए।