बुधवार को मंडलेश्वर थाना प्रभारी सौरभ बाथम ने हत्याकांड का खुलासा किया। बाथम ने बताया कि 12 अप्रैल की देर शाम करीब 7 बजे दूध व्यवसायी विनोद पाटीदार की अज्ञात व्यक्तियों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। पुलिस ने जांच पड़ताल की लेकिन हत्या के आरोपी पकड़ में नहीं आए। टीआई बाथम ने बताया कि नए जांच अधिकारी ने पूर्व में की गई जांच में जिन दो नामों पर हत्या करने की आशंका थी, उन्हे पकड़कर फिर से पूछताछ की गई तो दोनों ने अवैध संबंधों के चलते हत्या करना कबूल किया। हत्या की वारदात को मृतक का चचेरा भाई अनिल पिता महादेव पाटीदार एवं मित्र राकेश कर्मा ने मिलकर अंजाम दिया। विनोद की हत्या का कारण अवैध संबंध था। पुलिस ने धारदार हथियार फालिया नर्मदा किनारे एक गड्ढे से बरामद कर लिया है। इसके अलावा दोनों आरोपियों के कपड़े जिन पर खून के धब्बे थे, जब्त कर लिए हैं। हत्याकांड की जांच में सहायक उप निरीक्षक मोहनलाल गायकवाड़, प्रधान आरक्षक नरेंद्र कुशवाह, सकनजीव तिवारी, आरक्षक संजय, राघवेंद्र, भगवान, रवि, महिला आरक्षक सुनीता, भावना एवं पुष्पा का सराहनीय योगदान रहा। एसपी ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की।
ग्रामीणों में था आक्रोश
दो महीने तक हत्या के अज्ञात आरोपियों के नहीं पकड़े जाने पर ग्रामीणों में आक्रोश था। इसको लेकर पत्रिका ने हत्या के आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद पुलिस ने एक बार फिर जांच को आगे बढ़ाते हुए आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की।