मार्ग निर्माण के दौरान खलबुजुर्ग से देजला तक के खतरनाक अंधे मोड़ों को सीधा किया जाएगा। जिसका प्रस्ताव भेजा गया है। इस मार्ग में कुछ स्थानों पर बहुत खतरनाक व जानलेवा मोड़ है। जहां पर कई बार दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है और कई लोग असमय ही काल के गाल में समा गए। निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जगदीश राजकोआ से प्राप्त जानकारी के अनुसार मार्ग में बालसमुद मछली केंद्र के पास, छोटी कसरावद के आगे, जामला के पास व लोहारी घाटी आदि सहित दस से ज्यादा स्थानों पर बहुत खतरनाक मोड़ है। इन मोड़ो को सीधा करने के लिये विभाग को प्रस्ताव भेजा है। स्वीकृति मिलने पर सीधा करने का कार्य शुरू करेंगे। उक्त मोड़ को सीधा करने के लिए लोगों की निजी भूमि अधिग्रहण होगी। इससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी साथ ही दूरी भी कम होगी। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 12 सितंबर 19 को जारी अधिसूचना के अनुसार धारा 3 क की उपधारा (1) के अधीन ग्राम खलबुजुुर्ग, पानवा, बलगांव, बालसमुंद, डोंगरगांव, कसरावद खुर्द, गोपालपुरा, जावदा आदि स्थानों पर निजी भूमियों का अधिग्रहण किया जाएगा।
राजमार्ग के निर्माण के दौरान मार्ग में आने वाले पुराने पुलों के स्थान नए पुलों का निर्माण किया जाएगा। खलघाट-बालसमुद के बीच साटक नदी पर भी पुराने पुलिया के स्थान पर लगभग तीन सौ फीट लंबा व 22 फीट ऊंचा पुल बनाया जाएगा। साथ ही यहां के खतरनाक अंधे मोड़ को सीधा किया जाएगा। पानवा मंदिर के पास पुलिया सहित अन्य स्थानों पर भी ऊंची पुलिया बनेंगे। वही लोहारी, मेनगांव के बीच दस लाइन का टोल प्लाजा बनाया जाएगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग में ग्राम भीलगांव के पहले बायपास प्रस्तावित है जो छोटी कसरावद से पहले निकलेगा। सड़क निर्माण कंपनी के द्वारा भीलगांव से छोटी कसरावद तक सीमेंट कांक्रीट सड़क बनाई जाएगी। वहीं कसरावद नगर में भी वर्तमान सड़क पर सात मीटर की चौड़ाई में सीमेंट कांक्रीट किया जाएगा। वही खलबुजुर्ग से देजला तक चार बायपास प्रस्तावित है। जिनमें कसरावद सहित सैलानी, खरगोन व बिस्टान शामिल है।
सड़क की परिधि में 52 फीट की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वाले तीन सौ लोगों को नोटिस दिया है। आगे की कार्यवाही जारी है। निर्माण के दौरान आबादी वाले क्षेत्र में सड़क के दोनों ओर जाली, नाली ओर बस लेबॉय का निर्माण किया जाएगा।
अनिल कुमार गौड़, कार्यपालन यंत्री नेशनल हाइवे पीडब्ल्यूडी