खरगोन निकाय
यहां कांग्रेस के नगर अध्यक्ष पूर्णा ठाकुर की पत्नी प्रीति ठाकुर वार्ड 20 से चुनाव मैदान में उतरी। ठाकुर पर पूरे 33 वार्डों का जिम्मा था लेकिन वे अपनी पत्नी की सीट तक नहीं बचा पाए। इसी तरह कभी जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल रही वार्ड 28 की कांग्रेस प्रत्याशी नीमा गौर को भी हार झेलनी पड़ी।
सनावद निकाय
कांग्रेस ने यहां परिषद पर कब्जा तो किया लेकिन पूर्व नपा अध्यक्ष मंजूशा लाली शर्मा के हिस्से हार आई। मंजूशा के पति लाली शर्मा भी परिषद अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा राजनीति के पंडित कहे जाने वाले पूर्व विधायक कैलाश पंडित की बहू कौशल्या पंडित को भी हार झेलनी पड़ी है। विधायक समर्थक शुभम शर्मा चुनाव हारे। विधायक का टिकट मांग रहे कमल बिर्ला ने वार्ड 14 से पत्नी संतोष को उतारा लेकिन हार नहीं टाल पाए।
कसरावद परिषद
कसरावद परिषद में जनता का टेस्ट इस बार बदला। बीजेपी की जगह कांग्रेस को तवज्जो दी। यहां वार्ड 9 से सांसद प्रतिनिधि राजेश बड़ोले की पत्नी साधना को भी हार का सामना करना पड़ा।
करही परिषद
यहां कांग्रेस के बड़े नामों में शामिल वीरचंद छाजेड़, भाजपा के देवेंद्र सुराणा के हिस्से हार आई है। यहां रोचक यह रहा कि वार्ड 9 ये किशोर भगवते व वार्ड 14 से उनकी मां भवानीबाई चुनावी मैदान में थे। बेटे के हिस्से हार व मां को जीत मिली है।