ऐसे काम करेगी मशीन
एएसपी ने बताया ट्रैफिक नियमों की धाराएं और उनके जुर्माने की राशि मशीन में पहले से फीड है। जिस धारा का उल्लंघन होगा उसको भरते ही जुर्माने की राशि सामने स्क्रीन पर आ जाएगी। मशीन में एक कैमरा लगा है जो मौके पर फोटो लेगा। इस लेनदेन के लिए डेविट कार्ड, एटीएम और नेट बैंकिंग आदि का उपयोग होगा। आने वाले दिनों में यूपीआई, क्यू आर कोड सिस्टम लागू हो जाएगा। अगर कोई नकद भुगतान करना चाहता है तो इस पर गाड़ी का नंबर और नियम के उल्लंघन की जानकारी फीड करते ही पर्ची निकल जाएगी। इसके बाद नकद भुगतान लिया जा सकेगा।
एएसपी ने बताया ट्रैफिक नियमों की धाराएं और उनके जुर्माने की राशि मशीन में पहले से फीड है। जिस धारा का उल्लंघन होगा उसको भरते ही जुर्माने की राशि सामने स्क्रीन पर आ जाएगी। मशीन में एक कैमरा लगा है जो मौके पर फोटो लेगा। इस लेनदेन के लिए डेविट कार्ड, एटीएम और नेट बैंकिंग आदि का उपयोग होगा। आने वाले दिनों में यूपीआई, क्यू आर कोड सिस्टम लागू हो जाएगा। अगर कोई नकद भुगतान करना चाहता है तो इस पर गाड़ी का नंबर और नियम के उल्लंघन की जानकारी फीड करते ही पर्ची निकल जाएगी। इसके बाद नकद भुगतान लिया जा सकेगा।
पैसा नही है तो दूसरी व्यवस्थाएं भी
यदि किसी व्यक्ति के पास जुर्माने की राशि नहीं है और क्रेडिट कार्ड भी नहीं है तो उसका गाड़ी नंबर और मोबाइल नंबर फीड किया जाएगा। इस नंबर पर मशीन के जरिये एसएमएस से लिंक भेजेंगे। जिस पर उल्लंनकर्ता को 7 दिन के अंदर भुगतान करना होगा। यह भुगतान नेट बैंकिंग या थाने में जाकर किया जा सकता है। एक हफ्ते बाद यह जुर्माना वर्चुअल कोर्ट में भरा जाएगा।
यदि किसी व्यक्ति के पास जुर्माने की राशि नहीं है और क्रेडिट कार्ड भी नहीं है तो उसका गाड़ी नंबर और मोबाइल नंबर फीड किया जाएगा। इस नंबर पर मशीन के जरिये एसएमएस से लिंक भेजेंगे। जिस पर उल्लंनकर्ता को 7 दिन के अंदर भुगतान करना होगा। यह भुगतान नेट बैंकिंग या थाने में जाकर किया जा सकता है। एक हफ्ते बाद यह जुर्माना वर्चुअल कोर्ट में भरा जाएगा।
अभी यहां है वर्चुअल कोर्ट
अभी वर्चुअल कोर्ट इंदौर, भोपाल, जबलपुर में है। जुर्माने का मामला 15 दिन बाद स्थानीय कोर्ट में चलेगा। यह भी जानें
एक से अधिक बार नियम तोडऩे वालों को भी यह मशीन स्केन करेगी। यदि पहले इ-चालान कटा है। दूसरी बार फिर नियमों को तोड़ते पकड़े गए यह मशीन पुराना रिकार्ड बता देगी। कई बार नियम तोडऩे वालों के ड्राइविंग लायसेंस और मोटर व्हीकल् एक्ट के तहत कार्रवाई करेंगे।
अभी वर्चुअल कोर्ट इंदौर, भोपाल, जबलपुर में है। जुर्माने का मामला 15 दिन बाद स्थानीय कोर्ट में चलेगा। यह भी जानें
एक से अधिक बार नियम तोडऩे वालों को भी यह मशीन स्केन करेगी। यदि पहले इ-चालान कटा है। दूसरी बार फिर नियमों को तोड़ते पकड़े गए यह मशीन पुराना रिकार्ड बता देगी। कई बार नियम तोडऩे वालों के ड्राइविंग लायसेंस और मोटर व्हीकल् एक्ट के तहत कार्रवाई करेंगे।