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गांव-गांव जाएंगे बीएलओ, पीठासीन व मतदान अधिकारी, चुनाव नहीं कराएंगे, बच्चे-बच्चे को कोरोना के तीन सोर्स, बचने के उपाय बताएंगे

locationखरगोनPublished: May 16, 2020 08:36:43 pm

Submitted by:

Gopal Joshi

कोरोना को हराने की तैयारी…-विधानसभा 185 के सुपरवाईजरों का हुआ प्रशिक्षण, एसडीएम ने कहा- नाक, मुंह और आंख के जरिए कोरोना करता है अटैक, इसी की जानकारी देते अधिकारी

Preparing to defeat Corona

एसडीएम अभिषेक गेहलोत ने विधानसभा-185 खरगोन के लिए चयनित 26 सुपरवाइजरों को शनिवार को सीएमएचओ कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में प्रशिक्षित किया।

खरगोन.
पंचायतों व गांवों तक जाने के लिए बीएलओ, पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी तैयार हो चुके हैं। इनके रुट बता दिए हैं। कहां जाना है यह भी तय है। अब आप सोच रहे होंगे कोरोना के बीच मतदान जैसी तैयारी क्यों तो हम आपको बता दें कि यह तैयारी किसी चुनाव की नहीं बल्कि कोरोना संक्रमण को रोकने की है। इस बार प्रशासन ने कोरोना को हराने के लिए मतदान कराने की तर्ज पर तैयारी है। इसके लिए चुनाव की भांति ही दल बनाए हैं। फर्क इतना है कि यह दल मतदान कराने की जगह कोरोना से कैसे लड़े यह गांव-गांव जाकर समझाएंगे। बच्चे-बच्चे को जागरूकता का ककहरा सिखाया जाएगा।
इस नई व्यवस्था को लेकर एसडीएम अभिषेक गेहलोत ने विधानसभा-185 खरगोन के लिए चयनित 26 सुपरवाइजरों को शनिवार को सीएमएचओ कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में प्रशिक्षित किया। यह 26 सुपरवाईजर 10-10 मतदान केंद्रों के बीएलओ, पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारियों को अपने स्तर से प्रशिक्षित करते हुए कोरोना के संबंध में अपडेट भी करेंगे। एसडीएम ने कहा कि पूरी तरह हम परिवार के सदस्यों के बीच मॉस्क लगाकर और दूरी बनाकर कैसे रहे, गांव वालों को बताएंगे। कोरोना होने के हमारे शरीर में 3 मुख्य सोर्स है। पहला नाक, दूसरा मुंह और तीसरा आंख। यदि कोई भी वस्तु या खाद्य सामग्री कोरोना से संक्रमित है और उसका उपयोग किसी ने भी नाक, मुंह व आंखों पर होने दिया, तो कोरोना निश्चित होगा। ऐसी स्थिति में मास्क हमारा कवच बन सकता है। इसलिए बगैर मॉस्क के अपने घरों से कोई भी व्यक्ति ना निकलें। यहीं बातें गांव-गांव में बार-बार बताई जाएगी, ताकि वे इससे जागरूक रहें और अनावश्यक रूप से अपने परिवार के सदस्यों को कोरोना का संक्रमण देने से बच सके।
खुद को निगेटिव और दूसरों को पॉजिटिव मानकर व्यवहार करें
एसडीएम ने प्रशिक्षण में सुपरवाइजरों से कहा यदि हर एक व्यक्ति अपने आप को कोरोना से निगेटिव मान लें और सबको पॉजिटिव मानकर व्यवहार करें, तो कुछ हद तक कोरोना को हर हाल में रोका जा सकता है। हर बार व्यक्ति को कोरोना के संक्रमण का ध्यान रखना जरूरी है। मास्क के अलावा फिजिकल दूरी भी उतनी ही जरूरी है। इसके अलावा बार-बार हाथों को धोना व स्वयं को व अपने उपयोग में लाई वस्तुओं को भी सेनेटाइज करना जरूरी है। प्रशिक्षण में तहसीदार आरसी खतेडिय़ा, मुकेश निगम, प्रियंका रावत, मास्टर ट्रेनर एसके सान्याल मौजूद थे।
वाट्सअप ग्रुप भी निभाएंगे महत्वपूर्ण भूमिका
जन जागरूकता के इस अभियान में न सिर्फ गांव-गांव जाकर समझाइश और आवश्यक सूचनाएं दी जाएगी, बल्कि गांव में जितने भी वाट्सअप यूजर्स हैं, उनका ग्रुप भी बीएलओ, पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी द्वारा बनाया जाएगा। इसके अलावा सुपरवाइजर के क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक मतदान केंद्र के बीएलओ, पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारियों का ग्रुप बनाया जाएगा। इन सुपरवाइजरों के ऊपर उन अधिकारियों का भी गु्रप होगा, जो विधानसभा स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं कर रहे हैं। सभी ग्रुप पर सिर्फ कोरोना से संबंधित सामग्री संदेश देने वाली पोस्ट की जाएगी।

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