करनूल में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना का विरोध, सात फेरे लेने से पहले दुल्हा भी पहुंचा ज्ञापन देने
खरगोनPublished: Feb 18, 2020 05:11:09 pm
भावसार समाज ने जताया आक्रोश, दुष्कर्मी को सजा दिलाने की मांग लेकर निकाली मौन रैली, आरोपी को फांसी देने की मांग
समाजजन ने निकाली मौन रैली
खरगोन आंध्रप्रदेश के करनूल में सात वर्षीय अबोध बालिका के साथ हुई दुष्कर्म की घटना को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है। मानवता को तार-तार करने वाली इस घटना के विरोध में जिला मुख्यालय पर भावसार क्षत्रिय समाज ने मौन रैली निकाली और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। आक्रोशित समाजजनों ने उक्त अमानवीय कृत्य करने वाले आरोपी के खिलाफ फास्ट टे्रक कोर्ट में सुनवाई कर फांसी की सजा देने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में एक दूल्हा भी शामिल हुआ। उसने सात फेरे लेने से पहले इस घटना पर विरोध जताया।
दोपहर करीब 3 बजे भावसार मोहल्ले में समाजजन एकत्रित हुए। यहां से मौन रैली के रूप में विभिन्न मार्गो से होते हुए कलेक्टोरेट पहुंचे। रैली में अपने विवाह की रस्में निभा रहा मितुल रमेशचंद्र भावसार भी सामाजिक दायित्व समझते हुए शामिल हुआ। ज्ञापन में समाज अध्यक्ष सुरेश भावसार ने बताया आंध्रप्रदेश के करनूल में 7 फरवरी को अबोध बालिका को 45 साल के शेख खाजा बाशा पिता शेख करीम मिया नामक व्यक्ति ने चॉकलेट का लालच देकर अगुवा किया और अपने घर ले गया व उसके साथ दुष्कर्म कर बालिका को अमानवीय तरीके से शारीरिक यातनाएं दी। इस घटना को लेकर भावसार समाज में आक्रोश व्याप्त है। हालांकि पाक्सो एक्ट में आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है। भावसार समाज ने उक्त आरोपी के खिलाफ मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर जल्द से जल्द फांसी की सजा देकर बालिका के साथ न्याय करने की गुहार लगाई।