scriptइस जिले में औसत से 10 इंच कम हुई बारिश, सिंचाई तो दूर कई गांव पेयजल को तरसे | Rainfall in this district is less than the average by 10 inches | Patrika News

इस जिले में औसत से 10 इंच कम हुई बारिश, सिंचाई तो दूर कई गांव पेयजल को तरसे

locationखरगोनPublished: Aug 11, 2021 10:44:38 am

Submitted by:

Gopal Joshi

-बीते वर्ष अगस्त तक 19.5 इंच बारिश, अभी महज 10 इंच हुई, जिले को सूखा घोषित करने की मांग-जिले की प्रमुख नदियां सूखी, नर्मदा का जल स्तर भी कम, जल स्त्रोत तोड़ रहे दम, सिंचाई तो दूर पीने का पानी भी मिल रहा मशक्कत से

Rainfall in this district is less than the average by 10 inches

खरगोन। मानसून की खेंच के बीच इंदिरा सागर परियोजना की नहर में पानी भी खत्म हो गया है।

खरगोन.
सावन वैसे तो बारिश का माह है लेकिन मप्र के खरगोन जिले में हालात सूखे जैसे होने लगे हैं। अबकि बार बारिश की बेरुखी ने जिले के किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। फसल उगाकर तैयार करने के बाद मानसून ऐसा रुठा कि लौटकर ही नहीं आया। अब फसलें दम तोड़ रही हैं। नदी-नाले सूखे हैं। नर्मदा का जल स्तर सिमटने लगा है। नहरों में पानी छोडऩा बंद कर दिया है। जिले में बीते वर्ष से औसत बारिश १० इंच से कम हुई है। बीते साल अगस्त तक १९.५ इंच बारिश हुई जबकि इस बार आंकड़ा १० इंच पर अटक गया गया है।
ऐसे में अब जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग उठने लगी है। पूर्व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री और भारत कृषक समाज के प्रांतीय अध्यक्ष अरुण यादव ने राज्य सरकार से खरगोन सहित बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर को भी सूखाग्रस्त घोषित करने व राहत मुहैया कराने की मांग उठाई है। गौरतलब है कि जिले में बीते वर्ष अगस्त तक १९.५ इंच औसत बारिश हुई थी, लेकिन इस बार यह आंकड़ा १० इंच पर ही सिमटकर रह गया है।
चंबल संभाग में बाढ़, निमाड़ में सूखा
किसान नेता अरूण यादव ने बताया चंबल संभाग में बाढ़ से तबाही मची है। जबकि निमाड़ अंचल में अल्पवर्षा के कारण नर्मदा, कुंदा, वेदा, इन्द्रावती, डेब आदि प्रमुख नदियां रीती और सूखी है। बारिश नहीं होने के कारण यहां के तालाबों में भी अभी पानी नहीं भर पाया है। नर्मदा पर बने बांधों के गेट अपने दरवाजे खुलने का इंतजार कर रहे हैं।

जिले में प्रमुख फसल व रकबा
फसल रकबा
कपास 2.15 हजार हेक्टेयर
मिर्ची 40 हजार हेक्टेयर
मक्का 72 हजार हेक्टेयर
सोयाबीन 68 हजार हेक्टेयर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो