उधर, मंगलवार शाम को एसपी सिद्धार्थ चौधरी और एएसपी जितेंद्र पंवार ऊन पहुंचे। जहां दोनों अधिकारियों ने थाने पर स्टॉफ से चर्चा कर मामले की जानकारी ली। एसपी चौधरी ने बताया कि वीडियो की जांच करा रहे हैं।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि धर्मांतरण हुआ है या नहीं। वहीं ग्रामीणों की मानें तो मालपुरा में हिमाचल से आए एक युवक द्वारा हर रविवार को एक जगह पर ग्रामीणों को एकत्र कर अलग-अलग प्रार्थना होती थी। उक्त युवक लोगों को बीमारी के इलाज के बहाने बुलाता था और उन्हें धर्म परिवर्तन करने का संदेश देता था। जिसकी सूचना जनप्रतिनिधियों तक भी पहुंची थी। पत्रिका इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
राज्य सभा सांसद सुमेरसिंह सोलंकी ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में भी आया है। जिसके संबंध में एसपी से चर्चा कर उचित कार्रवाई की बात कही।
दो दर्जन से अधिक लोगों ने बदला धर्म!
21 नवंबर को धर्मांतरण से संबंधित वीडियो सामने आया था। जिसमें गांव के करीब दो दर्जन महिला-पुरुष शामिल होकर युवक के साथ खड़े होकर धर्म प्रार्थना और अन्य गतिविधियां करते हुए नजर आ रहे हैं।
सितंबर में भी हुआ था धर्मपरिवर्तन
इससे पहले सितंबर माह में भी बड़ी संख्या में लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया था। यह मामला भी खरगोन जिले का ही था। भीकनगांव थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत पिपलिया बुजुर्ग के आदिवासी मांग्या फलिया में आदिवासियों को एकत्रित कर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने जांच की थी। तब सेवा भारती ने क्रिश्चियन मिशनरी की तरफ से विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर आदिवासी बच्चों, महिला- पुरुषों को धर्म परिवर्तन कराने की बात कही है।