यह है निर्धारित मापदंड
स्कूल में पर्याप्त अध्ययन के लिए कक्ष होना जरूरी है। साथ ही छात्र संख्या के हिसाब से कक्ष होना चाहिए। सभी स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षकों का होना अनिवार्य है। सभी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग शौचालय आदि होना चाहिए। बच्चों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, खेल मैदान, खेल सामग्री, पर्याप्त शैक्षणिक सामग्री, लाइब्रेरी, उच्च कक्षाओं के लिए प्रयोगशालाएं अनिवार्य रूप से होना जरूरी है। स्कूल में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था होना चाहिए।
स्कूल में पर्याप्त अध्ययन के लिए कक्ष होना जरूरी है। साथ ही छात्र संख्या के हिसाब से कक्ष होना चाहिए। सभी स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षकों का होना अनिवार्य है। सभी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग शौचालय आदि होना चाहिए। बच्चों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, खेल मैदान, खेल सामग्री, पर्याप्त शैक्षणिक सामग्री, लाइब्रेरी, उच्च कक्षाओं के लिए प्रयोगशालाएं अनिवार्य रूप से होना जरूरी है। स्कूल में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था होना चाहिए।
जिम्मेदारों ने किया किनारा
स्कूल कहां और किस हालात में है इसकी पड़ताल विभाग को सत्र शुरू होने से पहले की करनी चाहिए लेकिन अब तक जवाबदारों ने कुछ किया नहीं है। हालांकि जिला जिला अधिकारी कह रहे हैं कि मान्यताओं के जो नियम हैं उनके अनुसार स्कूल संचालित नहीं हो रहे हैं तो कार्रवाई होगी।
स्कूल कहां और किस हालात में है इसकी पड़ताल विभाग को सत्र शुरू होने से पहले की करनी चाहिए लेकिन अब तक जवाबदारों ने कुछ किया नहीं है। हालांकि जिला जिला अधिकारी कह रहे हैं कि मान्यताओं के जो नियम हैं उनके अनुसार स्कूल संचालित नहीं हो रहे हैं तो कार्रवाई होगी।
पड़ताल करेंगे
-जो स्कूल नियमों के विरुद्ध संचालित हो रहे हैं उनकी पड़ताल करेंगे। प्रायवेट स्कूल संचालकों की बैठक लेकर उनसे जवाब मांगेंगे। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। कार्रवाई होगी। -केके डोंगरे, जिला शिक्षा अधिकारी खरगोन
फटकार के बाद सुधारी व्यवस्थाएं, दुरुस्त किए सेंटर
शहर में संचालित कोंचिंग इंस्टीट्यूट में भी बच्चों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। चार दिन पहले एसडीएम अभिषेक गेललोद और नपा सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने शहर के बाहेती टॉवर में कोंचिंग सेंटरों का जायजा लिया और संचालकों को सुरक्षा व्यवस्थाओं के अभाव में फटकार लगाई। तीन का समय देकर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। असर यह हुआ कि जहां सेंटरों पर निकासी के द्वार नहीं थे वहां दरवाजे लगाए गए। पार्किंग का स्थान तय किया गया। अफसरों ने बताया शहर के अन्य सेंटरों पर भी जो कमीपेशी थी उसे संचालकों ने समय मांगकर दुुरुस्त करने की बात कही है। समय पर काम नहीं होता है तो वह सेंटर बंद करेंगे।
-जो स्कूल नियमों के विरुद्ध संचालित हो रहे हैं उनकी पड़ताल करेंगे। प्रायवेट स्कूल संचालकों की बैठक लेकर उनसे जवाब मांगेंगे। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। कार्रवाई होगी। -केके डोंगरे, जिला शिक्षा अधिकारी खरगोन
फटकार के बाद सुधारी व्यवस्थाएं, दुरुस्त किए सेंटर
शहर में संचालित कोंचिंग इंस्टीट्यूट में भी बच्चों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। चार दिन पहले एसडीएम अभिषेक गेललोद और नपा सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने शहर के बाहेती टॉवर में कोंचिंग सेंटरों का जायजा लिया और संचालकों को सुरक्षा व्यवस्थाओं के अभाव में फटकार लगाई। तीन का समय देकर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। असर यह हुआ कि जहां सेंटरों पर निकासी के द्वार नहीं थे वहां दरवाजे लगाए गए। पार्किंग का स्थान तय किया गया। अफसरों ने बताया शहर के अन्य सेंटरों पर भी जो कमीपेशी थी उसे संचालकों ने समय मांगकर दुुरुस्त करने की बात कही है। समय पर काम नहीं होता है तो वह सेंटर बंद करेंगे।