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होस्टल से बिना बताए निकली दो बालिकाएं, टार्च के सहारे बरूड़ फाटे तक पहुंची

locationखरगोनPublished: Sep 18, 2019 11:48:30 am

Submitted by:

Gopal Joshi

-राह चलते लोगों ने पूछा तो बताया अपने गांव बांड्यापुरा जा रही है, विभागीय अफसरों को सूध ही नहीं

Security arrangements in hostels unhappy

खरगोन. छात्रावास से बिना बताए निकली छात्राएं बरूड़ फाटे तक पहुंची।

खरगोन.
कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास की दो छात्राएं मंगलवार शाम को बिना किसी को कुछ बताए अपने गांव बांड्यापुरा के लिए पैदल ही निकल गई। टार्च के सहारे वह शहर से करीब 8 किमी दूर ग्राम बरूड़ फाटे तक पहुंची। यहां राह चलते लोगों ने उन्हें बिलखते हुए देखा और पूछताछ की। बलिकाओं को देर रात ऊन थाने पर पहुंचाया गया। घटना की खबर छात्रावास प्रबंधन को भी नहीं। मीडिया की सूचना पर वहां भी ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया बालिकाएं अपना नाम मोनिका पिता पवन सोलंकी (१०)और साक्षी पिता सुनील (११) बता रही हैं। दोनों ने रोते हुए कहा- वह कक्षा छटी की छात्राएं हैं। अपने गांव जाने के लिए होस्टल से निकली थी। राह चलते लोगों ने उन्हें रोते हुए देखा तो चर्चा की। इसके बाद यह खुलासा हुआ। उधर, होस्टल प्रबंधन को इस बात की सूध ही नहीं रही कि उनके छात्रावास की दो छोटी-छोटी बालिकाएं यहां से निकल गई हैं। मीडिया के पूछने पर प्रबंधन ने ताबड़तोड़ छानबीन शुरू की। इसके बाद स्थिति स्पष्ट हुई। होस्टल में खाना बनाने वाली महिला ने बताया शाम करीब ६ बजे दोनों बालिकाओं को उसने खाना खिलाया था, इसके बाद वह यहां से कब निकल गई पता नहीं चला। सुचना पर एसडीएम अभिषेक गेहलोत भी ऊन थाने पहुंचे। यहां बालिकाओं के परिजन व होस्टल प्रबंधन को बुलाया। एसडीएम ने बताया यहां अधीक्षिका अंकिता खेड़े हैं। उन्हें भी यहां बुलाया है।
देर तक कोई नहीं पहुंचा तो राहेगीरों ने ऊन थाने पहुंचाया
घटना के आधे घंटे बाद भी मौके पर कोई जवाबदार अफसर या पुलिस नहीं पहुंचे। राहगीरों ने मानवता दिखाते हुए बालिकाओं को ऊन थाने तक पहुंचाया। बालिकाएं इतनी घबराई हुई थी कि कुछ बता भी नहीं पा रही थी कि इतनी देर शाम वह घर जाने के लिए क्यों निकली।
सुरक्षा पर उठते हैं सवाल
छात्रावास या आश्रमों में पढऩे वाले बच्चों को लेकर अभिभावक निश्चिंत रहते हैं। उनकी सुरक्षा को लेकर वह पूरी तरह छात्रावास प्रबंधक पर ही आश्रित है। लेकिन इस घटनाक्रम ने यहां की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। दो छात्राओं का इस तरह अचानक छात्रावास छोड़कर चले जाना वहां की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठाता है।
पीछे के रास्ते निकली
-दोनों छात्राएं पहली बार घर छोड़कर छात्रावास में रहने आई थी। मोनिका के पिता पवन मिलने भी आए। उनके जाने के बाद बालिकाएं पीछे के रास्ते गांव की ओर निकली। होस्टल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जांच करेंगे। अभी बेटियां सुरक्षित है। –अभिषेक गेहलोत, एसडीएम, खरगोन

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