खरगोन

पांच माह की हो गई राज्य सरकार, माफ नही हुआ किसानों का कर्ज

कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में की थी कर्जमाफी की घोषणा

खरगोनJun 06, 2019 / 08:06 pm

Gopal Joshi

अब तक खरगोन-बड़वानी में ९ हजार किसानों का ५० हजार तक का कर्ज हुआ माफ

खरगोन.
खरगोन और बड़वानी जिले के २.५० लाख से ज्यादा किसान अब भी सरकारी कर्ज के बाबू बने हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र अनुसार इन किसानों का कर्ज अब तक माफ हो जाना था, लेकिन पहले प्रक्रिया में देरी और बीते माह लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से कर्जमाफी अटक गई। अब चूंकि आचार संहिता भी खत्म हो गई है, लेकिन कर्जमाफी की दिशा में कोई ठोस कदम अब तक भी उठते नजर नहीं आ रहे। अफसर वरिष्ठों के फरमान का इंतजार कर रहे हैं। कर्जमाफी में लेटलतिफी के खिलाफ भारतीय किसान संघ ने मोर्चा खोला है। संघ गुरुवार को धरने पर बैठेगा।
जानकारी के मुताबिक खरगोन और बड़वानी जिले में २.७५ लाख किसान है। इन पर २ लाख व इससे कम कर्ज सोसायटियों का है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जनता के बीच कर्जमाफी का सगुफा छोड़ा और सत्ता हासिल कर ली। कांगे्रस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व जिले के वरिष्ठ नेताओं ने मंचों से 11 दिन में कर्जमाफी से राहत देने की बात विधानसभा चुनावों में कही। राज्य में सरकार बन गई। 11 दिन बित गए। अब सरकार पांच माह की होने को आई, लेकिन ऋणमुक्ति का मरहम किसानों के कर्ज वाले घाव पर अब तक नहीं लगा है।
बोला था, आचार संहिता के बाद होगा कर्जमाफ
किसान भागीरथ पाटीदार, धन्नलाल यादव, जितेंद्र यादव ने कहा- कांगे्रेस ने आश्वासन ने पांच माह निकाल दिए। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता का बोलकर बीते माह कर्जमाफी की फाइल अटकाई। लोकसभा चुनाव में भी नेताओं ने कहा परिणाम के बाद ही कर्जमाफी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चुनाव समाप्त हो गए। आचार संहिता भी सिथिल हो गई, लेकिन कर्जमाफी की प्रक्रिया अब भी शुरू नहीं हुई है।
गफलत : सोसायटी जमा नहीं की, खाद मिलने में आएगी अड़चन
किसान राधेश्याम दोगांया, मंगत यादव, दिनेश चौहान ने बताया कर्जमाफी के चक्कर में सोसायटी का ऋण जमा नहीं किया। अब बोवनी का सीजन शुरू होने वाला है। सोसायटी से खाद लेना है। लेकिन अधिकारी पुराना बकाया जमा करने की बात कह रहे हैं। अब एनवक्त पर कर्ज का भुगतान कैसे करें। हालांकि अफसरों ने कहा- डिफाल्टर किसान खाद की परमिट राशि का भुगतान कर खाद ले सकते हैं।
फ्लैशबैक : २ मार्च को डली थी राशि
जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव की आचार संहिता -११ मार्च से लगी। इसके पूर्व ८० हजार किसानों को कर्जमाफी के प्रमाण पत्र बांटे गए। ५०८ करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया। इसके एवज में २४ करोड़ रुपए मिले। ९ हजार किसानों के खातों में यह राशि डाली गई। यह किसान वह है जिन पर एक हजार से ५० हजार रुपए तक का कर्ज था। शेष कर्जधारी किसानों को अब भी कर्जमाफी का इंतजार है।
जिला सहकारी बैंकों का करोबार
-02 जिले जुड़े हैं सहकारी बैंक से
-2.75 लाख किसान खरगोन-बड़वानी में
-182 सोसायटियां हैं दोनों जिलों में
-128 सोसायटी हैं खरगोन जिले में
-1800 करोड़ रुपए का ऋण वितरण
आज भाकिसं खोलेगा मोर्चा, धरने पर बैठेंगे
कर्जमाफी में लेटलतिफी और सोयाबीन की भावांतर राशि ५०० रुपए प्रति क्विंटल, गेहंू के १६० रुपए प्रति क्विंटल भूगतान की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ भी मोर्चा खोलेगा। संघ जिलाध्यक्ष श्याम पंवार ने बताया ६ जून को टीआईटी काम्ल्पेक्स के बाहर दोपहर १२ बजे से किसान धरना देंगे। जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
भोपाल भेजी है जानकारी
-कर्जमाफी संबंधी सारी जानकारी भोपाल स्तर पर पहुंचा दी है। अभी वहां प्रक्रिया प्रोसेस में है। २३ मई के बाद से कोई लिस्ट नहीं आई है। इसके पूर्व दो बार राशि किसानों के खातों में आ गई है। -एमके बार्चे, महाप्रबंधक, सीसीबी, खरगोन
डिमांड भेजना है, निर्देश नहीं मिले
आचार संहिता के पहले तक कर्जमाफी यथास्थिति में है। नया डिमांड भेजना है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई करेंगे। -एमएल चौहान, डीडीए, खरगोन
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.