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खरगोन में उड़ती धूल पर अंकुश लगा दो, स्वच्छता सर्वेक्षण में अंडर-5 में आ जाओगे

locationखरगोनPublished: Apr 28, 2019 07:50:45 pm

बेहतर रैंकिंग की कवायद : 20-20 की तर्ज पर होगा सफाई का मूल्यांकन, स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के पेरामीटर्स को समझाने के लिए देश में पहली कार्यशाला खरगोन में

Swachh Survekshan 2020 : Khargone Nagar Palika Madhya pradesh

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खरगोन. स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में बेहतर रैंक हासिल करने के लिए नगरपालिकाओं की मशक्कत सात महीने पहले ही शुरू हो गई है। पहले यह कवायद अक्टूबर से शुरू होती थी। इस साल अप्रैल से ही शहर में हुए कार्यों के अंक स्वच्छता सर्वेक्षण में शामिल किए जाएंगे। इस साल 4000 अंकों की परीक्षा होगी। देश की नगरपालिकाओं में नंबर 1 रही खरगोन नगरपालिका को अंडर-5 में आने के लिए और बेहतर प्रयास करने होंगे। लेकिन इस उपलब्धि को हासिल करने के बीच में धूल व उखड़ी सडक़ों की समस्या नगरपालिका की कड़ी अग्नि परीक्षा ले रही है। यदि धूल के गुबार व उबड़ खाबड़ सडक़ों का ट्रीटमेंट सही ढंग से नहीं हुआ तो स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में भी यह बाधा बनेगी। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के पेरामीटर्स को समझाने के लिए देश में पहली कार्यशाला शनिवार को नक्षत्र गार्डन में हुई। इसमें कलेक्टर गोपालचंद डाड, अपर आयुक्त मीनाक्षी सिंह, सीएमओ निशिकांत शुक्ला सहित जिले की आठ नगर पालिकाओं के सीएमओ, स्वच्छता निरीक्षक और अन्य कर्मचारी मौजूद थे। कलेक्टर ने कार्यशाला में स्पष्ट तौर पर कहा- 2018 के सर्वेक्षण में धूल के कारण ही शहरवासियों का आक्रोश सामने आया और उनका फीडबैक माइनस में गया। यदि नगरपालिका सडक़ों पर उड़ती धुल के गुबारों पर अंकुश लगा दे तो हम अंडर-5 में आ जाएंगे। प्लानिंग के साथ लक्ष्य तय कर काम करना शुरू कर दिया है। इस बार के सिलेबस में शामिल कार्यों को सितंबर तक पूरा करना होगा। अफसरों ने सनावद, बड़वाह, महेश्वर, मंडलेश्वर के सीएमओ को और ज्यादा मेहनत की हिदायत दी है। कार्यशाला मेे सेलेस्टियल वेस्ट मैनेजमेंट एंड सेनिटेशन के मितेश रावल व उनकी टीम सहित स्वास्थ्य अधिकारी प्रकाश चित्ते, इंजीनियर कमल पटेल, कमलकांत जोशी, हरिनारायण पाटीदार, सरजू सांगले आदि मौजूद थे।
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पब्लिक फीडबैक महत्वपूर्ण
दुबे ने बताया इसके अलावा पब्लिक फीडबैक महत्वपूर्ण होगा। हर काम के लिए नंबर तय किए हैं। प्लास्टिक फ्री शहर बनाने पर 50 अंक, मल निस्तारण पर 50 अंक, बायोमेडिकल वेस्ट की समस्या के समाधान पर 50 अंक पब्लिक फीडबैक से मिलेंगे।
विजन 20 के लिए 20 शहरों में खरगोन भी
इंदौर संभाग के संयुक्त संचालक अभय रांजनगावकर ने बताया स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए पूरे देश में विजन 20 के लिए 20 शहरों को लिया है। इसमें खरगोन व नागदा शामिल है। यहां हुए कार्यों को ही कमजोर शहरों में आइकॉन की तरह प्रस्तुत कर तैयारी कराएंगे।
जलावर्धन व सीवरेज ने बिगाड़ा खेल
सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने बताया स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में उम्मीद थी कि हम टॉप 5 में आएंगे, लेकिन 300 अंक फीडबैक में कम मिले। यह कमी धूल के कारण आईहै। शहर में जलावर्धन व सीवरेज के कामों ने खेल बिगाड़ा। काम तो हुए लेकिन फिनिशिंग नहीं कर पाए। इस कारण सडक़ें उखड़ी रही, धूल खूब उड़ी।
ऐसा होगा स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में अंकों का गणित
स्वच्छता सर्वेक्षण लीग 1000 अंक
केपीएमजी टीम संभाग इंदौर के अमित दुबे व अंकित कानूनगो ने प्रोजेक्टर के जरिए बताया पहला लीग अप्रैल से जून तक और दूसरा जुलाई से सितंबर तक चलेगा। इस अवधि में सिलेबस के हिसाब से कितने प्रतिशत काम नगरपालिका कर पाती है। इसी के आधार पर 1000 अंक मिलेंगे।
3000 अंकों के लिए मशक्कत
टीम सदस्यों ने बताया पब्लिक को दी जा रही बेसिक सुविधाओं के स्तर में कितने प्रतिशत सुधार हुआ। इसी के आधार पर 3000 में से अंक मिलेंगे। निर्धारित मानकों के आधार पर कूड़ा कलेक्शन और निस्तारण हो रहा है या नहीं। इसके अलावा प्लास्टिक फ्री शहर, सीवरेज और मल का निपटारा, बायोमेडिकल वेस्ट, रिसाइक्लिंग वेस्ट की समस्या का समाधान, पानी की आपूर्ति और क्वालिटी, ओडीएफ प्लस-प्लस व 7 स्टार रेटिंग का स्टैंडर्ड के आधार पर अंक मिलेंगे।
नगरपालिका के सामने चुनौतियां
सडक़ों को क्लीन करना और धूल पर पूरी तरह अंकुश लगाना।
पानी की आपूर्ति और क्वालिटी को मानकों के आधार पर उपलब्ध कराना
शौचालयों का स्तर को बेहतर बनाए रखना
पब्लिक को कूड़ा कम पैदा करने, उन्हीं से निस्तारण कराने के लिए तैयार करना।
प्लास्टिक फ्री शहर बनाना।
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