दुबे ने बताया इसके अलावा पब्लिक फीडबैक महत्वपूर्ण होगा। हर काम के लिए नंबर तय किए हैं। प्लास्टिक फ्री शहर बनाने पर 50 अंक, मल निस्तारण पर 50 अंक, बायोमेडिकल वेस्ट की समस्या के समाधान पर 50 अंक पब्लिक फीडबैक से मिलेंगे।
इंदौर संभाग के संयुक्त संचालक अभय रांजनगावकर ने बताया स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए पूरे देश में विजन 20 के लिए 20 शहरों को लिया है। इसमें खरगोन व नागदा शामिल है। यहां हुए कार्यों को ही कमजोर शहरों में आइकॉन की तरह प्रस्तुत कर तैयारी कराएंगे।
सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने बताया स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में उम्मीद थी कि हम टॉप 5 में आएंगे, लेकिन 300 अंक फीडबैक में कम मिले। यह कमी धूल के कारण आईहै। शहर में जलावर्धन व सीवरेज के कामों ने खेल बिगाड़ा। काम तो हुए लेकिन फिनिशिंग नहीं कर पाए। इस कारण सडक़ें उखड़ी रही, धूल खूब उड़ी।
स्वच्छता सर्वेक्षण लीग 1000 अंक
केपीएमजी टीम संभाग इंदौर के अमित दुबे व अंकित कानूनगो ने प्रोजेक्टर के जरिए बताया पहला लीग अप्रैल से जून तक और दूसरा जुलाई से सितंबर तक चलेगा। इस अवधि में सिलेबस के हिसाब से कितने प्रतिशत काम नगरपालिका कर पाती है। इसी के आधार पर 1000 अंक मिलेंगे।
टीम सदस्यों ने बताया पब्लिक को दी जा रही बेसिक सुविधाओं के स्तर में कितने प्रतिशत सुधार हुआ। इसी के आधार पर 3000 में से अंक मिलेंगे। निर्धारित मानकों के आधार पर कूड़ा कलेक्शन और निस्तारण हो रहा है या नहीं। इसके अलावा प्लास्टिक फ्री शहर, सीवरेज और मल का निपटारा, बायोमेडिकल वेस्ट, रिसाइक्लिंग वेस्ट की समस्या का समाधान, पानी की आपूर्ति और क्वालिटी, ओडीएफ प्लस-प्लस व 7 स्टार रेटिंग का स्टैंडर्ड के आधार पर अंक मिलेंगे।
सडक़ों को क्लीन करना और धूल पर पूरी तरह अंकुश लगाना।
पानी की आपूर्ति और क्वालिटी को मानकों के आधार पर उपलब्ध कराना
शौचालयों का स्तर को बेहतर बनाए रखना
पब्लिक को कूड़ा कम पैदा करने, उन्हीं से निस्तारण कराने के लिए तैयार करना।
प्लास्टिक फ्री शहर बनाना।