किसान राहुल यादव, जितेंद्र यादव ने बताया उन्होंने २०-२० पैकेट मिर्ची रोपा तैयार किया है। लेकिन इसमें से आधा रोपा चूहों ने खराब कर दिया है। ऊपर से देखने पर पौधा अच्छा दिखाई देता है लेकिन नीचे पत्तियां खराब कर दी है। कई स्थानों पर तो पौधों को जड़ों से ही चूहे चट कर रहे हैं।
चूहों को मारने के लिए किसान कई तरह की जुगाड़ भी अपना रहे हैं। खेतों में पिंजरे भी लगाए हैं लेकिन चूहे पकड़ में नहीं आते। किसान और चूहों के बीच चूहें बिल्ली जैसा खेल चल रहा है। किसानों ने बताया चूहों ने मिट्टी के अंदर बील बना लिए हैं, जिन्हें पकडऩा मुश्किल हो गया है।
किसानों ने कहा- सामान्य घरों में घुमने वाले चूहों से जंगली चूंहे पांच गुना ज्यादा बढ़े हैं। लिहाजा उन्हें सामान्य तौर पर पकडऩा या मारना आसान नहीं। इनके लिए दवाई का छिड़काव ही करना होगा।
कृषि विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार संसार भर में चूहों की 500 से अधिक जातियां हैं। इनमें से हमारे देश में 110 जातियां मिलती हैं। इन्हें चार श्रेणियों मे बांटा गया है। घर का चूहा, पड़ोसी चूहा, खेत का चूहा और जंगली चूहा।