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खरगोन

यहां चूहों की इस करतूत  से किसानों की नाक में दम, देखेंगे तो आप भी रह जाएंग दंग

है री आफत..46 डिग्री में मशक्कत कर किसानों ने तैयार किया मिर्ची का रोपा, पौधों को कुतर रहे हैं चूहे, लग रहा कीड़ा-एक खेत में 50 प्रतिशत तक नुकसान, किसान कर रहे दवाइयों का छिड़काव-ऐसे ही रहे हालात तो दोबारा करनी होगी मिर्ची रोपे की बोवनी, तैयार करना होगा पौधा

खरगोनMay 26, 2020 / 08:16 pm

Gopal Joshi

Terror of mouse

जंगली चूहे नन्हें पौधों को कुतर रहे हैं।

खरगोन.
आपदा के इस दौर में किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही। कोरोना संक्रमण की वजह से पहले गेहंू बेचने में किसानों को मशक्कत हुई। जिन किसानों ने समर्थन मूल्य में पंजीयन नहीं कराया उन्हें अब भी मंडियों के शुरू होने का इंतजार है। यह दंश झेलकर किसान ने ४६ डिग्री तापमान में कपास के बीज और मिर्ची को रोपा तैयार किया। पहले इस पर टिट्डी दल का खतरा मंडराया और अब जमीन से बाहर निकले कपास व मिर्ची के पौधों पर चूहों ने अटैक किया है। जंगली चूहे नन्हें पौधों को कुतर रहे हैं। जड़ में अन्य कीड़ों ने भी पौधों को जकड़ किया है। हताश किसान अब इस समस्या से छूकराना पाने के लिए माथापच्ची में लगे हैं।
जिले में अबकि बार किसानों ने मिर्ची की फसल पर ज्यादा दांव खेला है। इस बार ५० हजार हेक्टेयर से ज्यादा हो गया है। किसानों ने मशक्कत कर आर्थिक तंगी के बीच मिर्ची के बीज खरीदे। इसके लिए भी घंटों में लगे। इसके बाद रोपा तैयार करने के लिए बीजों को जमींदोज किया। अब बीज पौधे के रूप में बाहर आए हैं तो उस पर जंगली चूहों की नजर है। पौधों ने कई खेतों में मिर्ची के रोपे कुतर दिए हैं। किसान जितेंद्र यादव ने बताया चूहों के अलावा काकरोच व अन्य कीड़े भी पौधे को जड़ से नष्ट कर रहे हैं। मजबूरी में किसानों को अब महंगी दवाइयां खरीदकर पौधों को बचाना होगा।
एक खेत में 50 प्रतिशत तक नुकसान
किसान राहुल यादव, जितेंद्र यादव ने बताया उन्होंने २०-२० पैकेट मिर्ची रोपा तैयार किया है। लेकिन इसमें से आधा रोपा चूहों ने खराब कर दिया है। ऊपर से देखने पर पौधा अच्छा दिखाई देता है लेकिन नीचे पत्तियां खराब कर दी है। कई स्थानों पर तो पौधों को जड़ों से ही चूहे चट कर रहे हैं।
मिट्टी मेें ही बना लिए हैं बील, पकडऩा मुश्किल
चूहों को मारने के लिए किसान कई तरह की जुगाड़ भी अपना रहे हैं। खेतों में पिंजरे भी लगाए हैं लेकिन चूहे पकड़ में नहीं आते। किसान और चूहों के बीच चूहें बिल्ली जैसा खेल चल रहा है। किसानों ने बताया चूहों ने मिट्टी के अंदर बील बना लिए हैं, जिन्हें पकडऩा मुश्किल हो गया है।
जंगली चूहे ज्यादा खतरनाक
किसानों ने कहा- सामान्य घरों में घुमने वाले चूहों से जंगली चूंहे पांच गुना ज्यादा बढ़े हैं। लिहाजा उन्हें सामान्य तौर पर पकडऩा या मारना आसान नहीं। इनके लिए दवाई का छिड़काव ही करना होगा।
हमारे देश में 110 जातियां चूहों की
कृषि विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार संसार भर में चूहों की 500 से अधिक जातियां हैं। इनमें से हमारे देश में 110 जातियां मिलती हैं। इन्हें चार श्रेणियों मे बांटा गया है। घर का चूहा, पड़ोसी चूहा, खेत का चूहा और जंगली चूहा।
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