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अपडेट होगा राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर, सर्वे में न पड़े खलल इसलिए कलेक्टर का स्पष्टीकरण, बोले- एनपीआर के तहत कोई दस्तावेज नहीं मांगेंगे

locationखरगोनPublished: Feb 25, 2020 07:25:02 pm

Submitted by:

Gopal Joshi

स्पष्टीकरण…-जनगणना को लेकर दो दिनी प्रशिक्षण का हुआ समापन

the explanation...

खरगोन. प्रशिक्षण के दूसरे दिन सर्वे को लेकर अफसरों ने किया मंथन।

खरगोन.
भारत की जनगणना के दौरान राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट भी किया जाएगा। इसके लिए सामान्य निवासियों का डाटाबेस तैयार होगा। चूंकि अभी सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर जनता में भ्रम है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर गोपालचंद डाड ने स्पष्ट किया है कि इस काम में परिवारों से एनपीआर के तहत कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा। उन्होंने अधिकारियों व अमले से कहा कि प्रगणकों द्वारा घर-घर जाकर डेटा एकत्रित करने का काम किया जाएगा। ध्यान रहें कि परिवारों से इसमें किसी भी तरह के दस्तावेज की मांग उनके द्वारा नहीं की जाएगी। यह कार्य केवल अपडेशन का है, दस्तावेज जुटाने का नहीं। कलेक्टर ने यह बात जनगणना प्रशिक्षण दूसरे दिन अफसरों से कही।
कलेक्टर ने बताया पूर्व में एनपीआर वर्ष 2010 से शुरू हुआ था, जिसे वर्ष 2015 में अपडेट किया गया था। जिसके बाद अब 2020 में पुन: अपडेशन का कार्य किया जाएगा। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अपडेट करने का उद्देश्य केवल सामान्य निवासियों का एक व्यापक डेटाबेस तैयार करना है। जन्म, मृत्यु एवं प्रवास के कारण हुए परिवर्तनों को सम्मिलित करने के लिए इसे पुन: अपडेट किया जाएगा। नए परिवारों व निवासियों को भी इसमें जोड़ेंगे। प्रशिक्षण में जिला पंचायत सीईओ डीएस रणदा, जिला सांख्यिकी अधिकारी डॉॅ. पीएस मालवीय, एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार मौजूद थे।
1 मई से 14 जून तक होगा प्रथम चरण
जिले में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट करने का काम 1 मई से 14 जून 2020 तक जनगणना.2021 के प्रथम चरण के साथ किया जाएगा। इसमें मकानों की सूची बनाकर मकानों की गणना की जाएगी। जनगणना कार्यालय भोपाल से आए रजनीश कुमार भार्गव एवं वरिष्ठ पर्यवेक्षण लक्ष्मण मोटवे ने बताया राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2010-2015 का डाटा अपडेट करने के लिए एनपीआर डेटाबेस में पूर्व से उपलब्ध आधार, मोबाईल अथवा अन्य डाटा पर आधारित ऑनलाईन अपडेट की सुविधा परिवार के मुखिया या अन्य किसी सदस्यों को दिए जाने पर विचार किया जा रहा है।
23 प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे
मोटवे ने बताया एनपीआर-2020 के तहत प्रगणक 23 प्रकार के प्रश्न करेगा, जो समान्यत: परिवार के सदस्य, निवास, जन्म, मोबाइल नंबर, वोटर आईडी, एज्युकेशन, व्यवसाय, भाषा, विवाह की स्थिति, ***** आदि के बारे में पूछा जाएगा।

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