पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के महालक्ष्मी टॉउनशिप निवासी दिनेश बच्चन (45), पत्नी ग्यारसीबाई (40) और बेटा त्रिवेश (6) स्कूटी पर सवार होकर सुबह करीब 9 बजे खरगोन से निकले थे। सात किमी दूर बरुड़ फाटे तक पहुंचे। जहां पीछे से आ रहे पिकअप ने बाइक को टक्कर मार दी। बैलेंस बिगडऩे से तीनों गिर पड़े। मां और बेटा सड़क पर गिरे, उसी वक्त पीछे से डंपर आ गया और दोनों को कुचलते हुए निकल गया। हादसे में दिनेश को भी चोटें लगी हंै। परिवार मूलरूप से बड़वानी जिले के कासेल (राजपुर) का रहने वाला है। राहगीरों ने डायल 100 को सूचना देकर मौके पर बुलाया। जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। पीएम के बाद शवों को लेकर परिजन एंबुलेंस से कासेल पहुंचे। जहां अंतिम संस्कार किया गया। दिनेश पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन का चचेरा भाई है।
उपस्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थी महिला
दिनेश मडवाड़ी प्राथमिक स्कूल में शिक्षक है, तो पत्नी ग्यारसीबाई डालकी में उपस्वास्थ्य केंद्र में एनएनएम के रूप में पदस्थ थीं। दोनों रोज की तरह ड्यूटी पर जाने के लिए खरगोन से निकले थे। बरुड़ फाटे पर दिनेश ने जैसे ही स्कूटी को मोड़ा, वैसे ही पिकअप ने आकर टक्कर मार दी। साइड में गिरने से दिनेश बच गया और मां व बेटा सड़क पर गिरने से डंपर की चपेट में आ गए। रिश्तेदारों ने बताया कि गुरुवार को टीकाकरण के लिए ग्यारसीबाई की ड्यूटी थीं। खरगोन में कफ्र्यू के चलते स्कूल बंद होने से पति-पत्नी अपने इकलौते बेटे को साथ लेकर निकले थे। बेटे और पत्नी की मौत से पिता सहित दादी और अन्य रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।
बेसुध हो गया दिनेश
घायल दिनेश को जब पता चला कि पत्नी और बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहे, तो वह दहाड़े मार रोने लगा। कई बार बेसुध हो गया। रिश्तेदारों व दोस्तों ने उसे पानी पिलाया और संभाला। मृतका की दो बेटियां है।