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मौत के बाद जरुरतमंदों को मिल सके नई जिंदगी, यह सोच किया ‘देहदानÓ

locationखरगोनPublished: Mar 23, 2018 03:50:22 pm

समाजसेवी श्वेता चौधरी को देहदान कार्ड मिला, सालभर पहले किया था आवेदन

The first lady Woman decision to donate Body

अपने परिवार के साथ समाजसेवी श्वेता चौधरी।


खरगोन.
शहर के गौरीधाम कॉलोनी में रहने वाली एक समाजसेवी महिला ने अपनी मौत के बाद भी समाजसेवा का बीड़ा उठाने का निर्णय लिया। खुशहाली सेवा संस्थान की अध्यक्ष श्वेता चौधरी (४८) को इंदौर आर्गन सोसायटी ने बुधवार को देहदान रजिस्टे्रशन कार्ड मिला। इसे चौधरी ने जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया।
चौधरी ने बताया कि 7 अप्रैल 2017 को संस्थान के गठन के समय देहदान की घोषणा कर फॉर्म जमा किया। इसके बाद इंदौर आर्गन डोनेशन सोसायटी की वेबसाइट पर रजिस्टे्रशन किया गया। बुधवार को सोसायटी ने इस पर सहमति देकर रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी किया। गौरतलब है कि चौधरी लंबे समय से विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़कर सेवा कार्यों कर रही है। उनके इस निर्णय पर पति सुनिल चौधरी, सास शकुंतला चौधरी, ससुर रामशंकर चौधरी ने भी खुशी-खुशी सहमति दी। उनके बेटे आदर्श चौधरी (१६) और अनुष्का चौधरी (१२) ने मां के इस निर्णय को गौरवपूर्ण बताया।

समाज जागरूक होकर बढ़ाएं कदम
हमारा समाज जागरूक होकर अंगदान के लिए आगे आए। इससे कई जरुरतमंदों को नई जिंदगी मिल सकती है। चौधरी ने बताया कि मौत के बाद शरीर किसी काम का नहीं रहता, लेकिन हम अपने एक निर्णय से कई लोगों के जीवन में खुशियां ला सकते है। चौधरी ने इच्छा जताई कि उनकी आंखे शहर के किसी नेत्रहीन बच्चें के काम आ सके तो उन्हें खुशी मिलेगी।

देहदान के लिए भी काटे ऑफिसों के चक्कर
देहदान की प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए चौधरी सालभर से ऑफिसों के चक्कर काट रही थी। उन्होंने बताया कि फॉर्म जमा करने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसर कभी नेत्र विभाग तो कभी सिविल सर्जन ऑफिस जाने का बोलते। सीएमएचओ कार्यालय से भी प्रक्रिया नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने आनलाइन रजिस्टे्रशन कराया। चौधरी ने बताया कि जिलास्तर पर आर्गन डोनेशन की प्रक्रिया आसान की जाना चाहिए।

सम्मान करेंगे
समाजसेवी चौधरी ने समाज को जागरूक करने वाला निर्णय लिया। सामाजिक संगठनों के माध्यम से उनका और उनके परिवार का सम्मान किया जाएगा। अधिक से अधिक लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करेंगे। डॉ. रमेश नीमा, सीएमएचओ, खरगोन

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