ठेकेदार के चंगुल से छूटकर आए मजदूरों ने कहा- सुबह 6 बजे से गन्ना कटाई पर लगाया जाता था, शाम 6 बजे तक काम लेते। रात 11 बजे तक काम करना पड़ता। काम के बाद में खेत से बाहर नहीं जाने देते थे। चार से पांच लोग हमेशा निगरानी करते थे। खाने में भी केवल मक्का, आलू देते थे। वापस आने की बात करते तो ठेकेदार के आदमी पिटाई करते।
पुलिस ने बताया मजदूरों को ग्राम खाडेवाड़ी तहसील माजलगांव थाना सिरसला जिला बीड महाराष्ट्र में बंधक बनाकर रखा गया था। वापस आए मजदूरों में 3 डेहरी बड़वाह, 2 काबरी धुलकोट, 5 घोडी बुजुर्ग चैनपुर, एक बुरहानपुर के निवासी है। इनके साथ 7 बच्चे भी छुडाए हंै। महाराष्ट्र के बीड जिले के एसपी और स्थानीय पुलिस की मदद से पुलिस उन खेतों तक पहुंची, जहां मजदूर बंधक बनाए गए थे। 19 मजदूरों को वापस लाया गया है। महाराष्ट्र पुलिस ने बंधक बनाने वाले ठेकेदारो के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किया है।