तत्कालीन अंग्रेज शासनकाल में होल्कर स्टेट के सहयोग से खंडवा महू मीटर गेज रेल लाइन बिछाई गई थी। तभी से सनावद नगर के पुनासा रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग की समस्या चली आ रही है। वर्तमान में इस मीटर गेज को ब्रॉडगेज में बदलने का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और जल्द ही यात्री ट्रेनों का आवागमन भी प्रारंभ होने की संभावना है।
रेलवे क्रॉसिंग पर आवागमन परेशानी
इस रेलवे क्रॉसिंग पर चक्काजाम की समस्या का मूल कारण तीन-तीन प्रमुख सड़कों का इससे जुड़ा होना है। इस रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे लाइन के सामानांतर ओंकारेश्वर रोड, पूर्व दिशा में मूंदी-पुनासा रोड और सनावद नगर के भीतर आने वाला रोड जुड़े हैं। तीनों ही रोड रेलवे क्रॉसिंग के मुहाने पर अत्यंत संकीर्ण हैं। इस कारण जब ट्रेन गुजरने के बाद रेलवे क्रॉसिंग का गेट खुलता है तब तीनों ओर से आने वाले वाहन एक साथ निकलने की कोशिश करते हैं। फलस्वरूप ट्रेन गुजरने के बाद यहां हमेशा लंबे और कठिन चक्काजाम की नौबत आती है और वाहन चालक परेशान होते रहते हैं। दक्षिण राज्यों से सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल ओंकारेश्वर आने वालों हजारों तीर्थयात्रियों को इसी रेलवे क्रॉसिंग से गुजरना पड़ता है। लेकिन ट्रेनों के आवागमन के बाद यहां चक्काजाम में फंसकर यात्री घंटों परेशान होते रहते हैं। यह स्थिति विगत कई वर्षों से बनी हुई है और समस्त क्षेत्रवासी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
चक्काजाम का समाधान कैसे हो
इस समस्या के सामाधान के लिए शासन-प्रशासन को रेलवे क्रॉसिंग से जुड़ी तीनों सड़कों का चौड़ीकरण कर बीच में डिवाइडर बनाना चाहिए। ताकि कोई वाहन गलत दिशा से आकर चक्काजाम का कारण नहीं बन सके। इसके लिए आसपास की जमीन का शासन अधिग्रहण करें और रेलवे क्रॉसिंग को चौड़ा किया जाए। दूसरा उपाय ये है कि ही रेलवे लाइन के सामानांतर खंडवा की ओर सनावद नगर के ट्रेंचिंग ग्राउंंड के समीप स्थित रेलवे पुलिया के नीचे से गुजर रहे सड़क मार्ग को पुन: विकसित किया जाना चाहिए। यह मार्ग ट्रेंचिंग ग्राउंड से होते हुए सीधे शहर के मध्य से गुजर रहे इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग से जुड़ता है। बताया जाता है कि पुराने समय में इसी मार्ग से यातायात होता था। यदि इसी पुराने मार्ग से अतिक्रमण हटाकर एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में विकसित कर दिया जाए तो रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले चक्काजाम की समस्या का काफी हद तक स्थायी निदान किया जा सकता है। क्योंकि रेलवे गेट बंद होने की दशा में दोपहिया वाहन और छोटे चार पहिया वाहन इस मार्ग से आसानी से आवागमन कर सकते हैं। यदि शासन. प्रशासन और राजनीतिक एवं जनप्रतिनधि मिलकर पहल करें तो यह समस्या हमेशा के लिए हल हो सकती है। अब यह रेलवे लाइन ब्रॉडगेज हो चुकी है। जल्द ही यहां पर यात्री ट्रेनों का आवागमन आरंभ होने की संभावना है । ऐसी स्थिति में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को व्यापक जनहित में रेलवे क्रॉसिंग के चक्काजाम से निजात पाने के उपाय ढूंढना चाहिए।