रात 11 बजे मिली सूचना
खनिज अधिकारी चौहान ने बताया रात करीब 11 बजे शिकायत मिली कि नर्मदा किनारे अवैध उत्खनन चल रहा है। जहां की सूचना थी वह बेकवर्ड एरिया है। ऐसे में खनिज अधिकारी ने किसान का भेष बदलकर वहां जाने का प्लान बनाया। टीम मंडलेश्वर थाने के जलूद गांव में नर्मदा किनारे पहुंची। टीम ने जलूद फाटे के पास रखी वाहन खड़े कर दिए और यहां से पैदल ही आगे बढ़े। नर्मदा किनारे बंद पड़ी बसुंडा खदान पर टीम रात करीब 1.30 बजे पहुंची। यहां एक पोकलेन और एक डंपर नजर आया। सुरक्षा की दृष्टि से मंडलेश्वर थाने से पुलिस बुलाई गई। पीसीआर वैन के साथ टीम मौके पर पहुंची। नर्मदा किनारे चल रही पोकलेन डंपर को जब्त कर थाने पर पुलिस अभिरक्षा में खड़ा किया है।
खनिज अधिकारी चौहान ने बताया रात करीब 11 बजे शिकायत मिली कि नर्मदा किनारे अवैध उत्खनन चल रहा है। जहां की सूचना थी वह बेकवर्ड एरिया है। ऐसे में खनिज अधिकारी ने किसान का भेष बदलकर वहां जाने का प्लान बनाया। टीम मंडलेश्वर थाने के जलूद गांव में नर्मदा किनारे पहुंची। टीम ने जलूद फाटे के पास रखी वाहन खड़े कर दिए और यहां से पैदल ही आगे बढ़े। नर्मदा किनारे बंद पड़ी बसुंडा खदान पर टीम रात करीब 1.30 बजे पहुंची। यहां एक पोकलेन और एक डंपर नजर आया। सुरक्षा की दृष्टि से मंडलेश्वर थाने से पुलिस बुलाई गई। पीसीआर वैन के साथ टीम मौके पर पहुंची। नर्मदा किनारे चल रही पोकलेन डंपर को जब्त कर थाने पर पुलिस अभिरक्षा में खड़ा किया है।
रात-रात हो रही कार्रवाई
विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए माफिया इन दिनों रात में रेत उत्खनन कर रहे हैं। शिकंजा कंसने के लिए विभाग ने भी प्लान बदला है। टीम अब दिन की बजाय रात में ही ठिकानों पर पहुंच रही है। विभाग की यह कार्रवाई जून माह में सतत जारी है।
विभाग की कार्रवाई से बचने के लिए माफिया इन दिनों रात में रेत उत्खनन कर रहे हैं। शिकंजा कंसने के लिए विभाग ने भी प्लान बदला है। टीम अब दिन की बजाय रात में ही ठिकानों पर पहुंच रही है। विभाग की यह कार्रवाई जून माह में सतत जारी है।