टीआई संजय द्विवेदी ने बताया कि ठगी के शिकार हुए पठानवाड़ी निवासी मुबारक पिता शमशेर खान ने पुलिस को सबसे पहले मनीष की हरकतों की शिकायत की थी।आरोपी ने शहर के बिस्टान रोडपर निजी होटल के पीछे ऑफिस खोल रखा था।जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।आरोपी से पूछताछ में जो खुलासा हुआ, उससे पुलिस अधिकारी भी सन्न रह गए।आरोपी, खरगोन सहित बड़वानी में १५ से २० युवक-युवतियों को ठगी का शिकार बना चुका और उनसे हर नौकरी के बदले ३० से ७५ हजार रुपए वसूलता था। उसने फरियादी मुबारक, रोशन कमले से ७५-७५ हजार, तरुण राठौड़ से तीस हजार रुपए नौकरी दिलाने के नाम पर लिए थे।
महंगे शौक से बना शातिर
पुलिस पूछताछ में पता चला कि महंगे शौक पूरे करने के लिए शातिर बदमाश बन गया, जो खुद दसवीं तक बमुश्किल पढ़ा हुआ है। एमपीईबी की गाड़ी चलाते हुए उसके दिमाग में बेरोजगारों को ठगने का आइडिया आया था।इसलिए उसने कार्यालय से सील चुरा ली और उसकी मदद से विभाग में नौकरी दिलाने का धंधा शुरु कर दिया। विभाग के दस्तावेज व सील से वह फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बनाकर देता था।यही लेटर लेकर जब अभ्यर्थी नौकरी मांगने जाते थे, तो उसने संबंधित कार्यालय से निराश लौटना पड़ता था।
कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर भर्ती
शासकीय विभागों में कम्प्यूटर ऑपरेटरों की डिमांड रहती है।आरोपी इसे जानता था।इसलिए उसने बेरोजगारों को ठगने की साजिश रची।टीआई के मुताबिक संविदाकर्मी की कम्प्यटर ऑपरेटर के पदों पर सीधी भर्ती का झांसा देकर वह युवाओं से रुपए वसूलता था।पांच हजार रुपए प्रोसेसिंग फीस के नाम पर मांगता था तथा बड़ी पोस्ट के लिए बड़वानी और पाटी में वह युवाओं से २०-२० हजार रुपए तक ले चुका है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि महंगे शौक पूरे करने के लिए शातिर बदमाश बन गया, जो खुद दसवीं तक बमुश्किल पढ़ा हुआ है। एमपीईबी की गाड़ी चलाते हुए उसके दिमाग में बेरोजगारों को ठगने का आइडिया आया था।इसलिए उसने कार्यालय से सील चुरा ली और उसकी मदद से विभाग में नौकरी दिलाने का धंधा शुरु कर दिया। विभाग के दस्तावेज व सील से वह फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बनाकर देता था।यही लेटर लेकर जब अभ्यर्थी नौकरी मांगने जाते थे, तो उसने संबंधित कार्यालय से निराश लौटना पड़ता था।
कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर भर्ती
शासकीय विभागों में कम्प्यूटर ऑपरेटरों की डिमांड रहती है।आरोपी इसे जानता था।इसलिए उसने बेरोजगारों को ठगने की साजिश रची।टीआई के मुताबिक संविदाकर्मी की कम्प्यटर ऑपरेटर के पदों पर सीधी भर्ती का झांसा देकर वह युवाओं से रुपए वसूलता था।पांच हजार रुपए प्रोसेसिंग फीस के नाम पर मांगता था तथा बड़ी पोस्ट के लिए बड़वानी और पाटी में वह युवाओं से २०-२० हजार रुपए तक ले चुका है।
तीन दिन की रिमांड
आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के पास अभी तीन लोगों ने शिकायत की है।बाकी डिटेल ले रहे हैं। कोर्ट से तीन दिन की रिमांड मिली है।
संजय द्विवेदी, टीआई कोतवाली
आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के पास अभी तीन लोगों ने शिकायत की है।बाकी डिटेल ले रहे हैं। कोर्ट से तीन दिन की रिमांड मिली है।
संजय द्विवेदी, टीआई कोतवाली