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गुस्से में एसी बोले- आपके जाति प्रमाण पत्र फर्जी, इसलिए अटका वेतन, शिक्षकों ने गुलाब देकर कहा- समस्या का समाधान करो

locationखरगोनPublished: Jul 05, 2019 06:45:28 pm

Submitted by:

Jay Sharma

जनजातीय विकासखंड के एक हजार शिक्षकों को तीन माह से नहीं मिला वेतन, सहायक आयुक्त को ज्ञापन सौंपा, चेतावनी दी, सात दिन में नहीं मिला वेतन तो कार्यालय के सामने लगाएंगे तंबू

Tribal Affairs Department in khargone

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खरगोन. जनजातीय कार्य विभाग में कार्यरत जिले के सात विकासखंडों के एक हजार शिक्षकों को तीन माह का वेतन नहीं मिला। आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे शिक्षकों ने शुक्रवार को मोर्चा खोला। सहायक आयुक्त जेएस डामोर को ज्ञापन देने कार्यालय पहुंचे। बड़ी संख्या में शिक्षकों को देखकर एसी पहले तो नाराज हुए। बोले- स्कूल छोड़कर यहां क्यों आए हो। एक व्यक्ति कोई भी समस्या बता देता। आपके जाति प्रमाण पत्र फर्जी हैं, ऑनलाइन की प्रक्रिया भी अधूरी है, इसलिए वेतन रुका हुआ है। एसी की नाराजगी देखते हुए शिक्षकों ने गांधीगिरी अपनाई। गुलाब के फूल आगे बढ़ाए और विनम्र होकर कहा- आप हमारे पिता तुल्य है। हमारे बुजुर्ग, हमारे वरिष्ठ हैं। समस्या का समाधान कीजिए। गांधीगीरी का असर एसी पर हुआ। जिस चेहरे पर कुछ देर पहले रौब था वहां हल्की सी मुस्कान दिखी। सहायक आयुक्त ने शिक्षकों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
जनजातीय कार्य विभाग के कार्यालय में सात ब्लॉक के शिक्षक दोपहर करीब एक बजे गिरते पानी में पहुंचे। यहां सहायक आयुक्त डामोर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन का वाचन गोगांवा ब्लॉक की प्राथमिक स्कूल घोघनाथ के शिक्षक रामकरण यादव ने किया। उन्होंने बताया शिक्षकों को तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा, जबकि शिक्षा विभाग के शिक्षकों को वेतन लगातार मिल रहा है। काम समान कर रहे हैं तो फिर इस तरह की विसंगति क्यों। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि पांच दिन में वेतन भुगतान नहीं होता है तो शिक्षक सहायक आयुक्त कार्यालय के बाहर तंबू तानकर धरना देंगे। आंदोलन करेंगे।
साहब को बाहर बुलाओ, देख भी लेंगे
ज्ञापन देने पहुंचे शिक्षकों में से सहायक आयुक्त ने दो को अंदर बुलाया। ताकि वे समस्याएं अंदर ही सुन लें। लेकिन कुछ शिक्षक मना कर गए। महिला शिक्षक बोली- साहब को देखा भी नहीं है। बाहर ही आने दो, फेस टू फेस देख लेंगे।
काली पट्टी बांधेंगे, काली टी-शर्ट पहनेंगे फिर ब्लैकबोर्ड ही काला करेंगे
रामकरण यादव ने बताया 10 जुलाई तक वेतन नहीं मिला तो काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे। 15 जुलाई के बाद काला टी-शर्ट पहनकर स्कूल जाएंगे। 20 जुलाई के बाद ग्रीन बोर्ड को काला कर उस पर बच्चों को पढ़ाएंगे।
दुकानदार हमें बताता है झूठा, इज्जत दांव पर है
शिक्षकों ने बताया जिस दुकान से किराना का सामान लेते हैं वहां शिक्षा विभाग के कई शिक्षक भी सामान लेते हैं। माह की पहली तारीख को उन्होंने हिसाब कर दिया, लेकिन हमने वेतन न मिलने की बात कही तो दुकानदार हमें झूठा बता रहा है। हमारी इज्जत खराब हो रही है।
दूध वाला कन्नी काट रहा है
महिला शिक्षकों ने बताया सुबह बर्तन लेकर दरवाजे पर खड़े रहते हैं, दूध वाले का इंतजार करते हैं, लेकिन दूधवाला कन्नी काटकर दूसरी गली से निकल जाता है। टोकने पर बताता है, फोकट में कब तक दंू। तुम पैसे नहीं दोगी तो भैंस को क्या खिलाऊंगा।
बैंक में खराब हो रही क्रेडिट
शिक्षकों ने बताया कई साथी ऐसे हैं जिन्होंने बैंक से ऋण लेकर वाहन व मकान बनाए हैं। अब किस्त जमा करने में परेशानी हो रही है। बैंक में हमारी क्रेडिट खराब हो रही है। शिक्षकों ने कहा- जब तक वेतन न मिलते तब तक अग्रणी बैंक को विभाग की ओर से पत्र लिखवा दिया जाए। ताकि हमारी क्रेडिट पर आंच न आए।
सैलेरी स्लीप पर दर्शाया भुगतान, खाते में नहीं आया
शिक्षक घनश्याम पटेल ने सहायक आयुक्त को बताया मैंने सैलेरी स्लीप निकाली। इसमें तीन माह को वेतन भुगतान दर्शाया जा रहा है, जबकि खाते में राशि नहीं आई है। शिक्षकों की समस्याएं सुनकर सहायक आयुक्त ने उन्हें आश्वस्त किया है कि जल्द ही इसका समाधान हो जाएगा। बजट के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है।
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