जानकारी के मुताबिक ट्रक कद्दू लेकर खंडवा से इंदौर की ओर जा रहा था। इसी दौरान पड़ाली से गोबर खाद लेकर सनावद की ओर जा रहे ट्रैक्टर से उसकी जोरदार भिड़ंत हो गई। इस टक्कर में बाइक सवार मोरघड़ी निवासी लखन पिता तुलसीराम खांडे भी आ गया। उसे गंभीर चोट आई है। प्राथमिक उपचार के बाद उसे इंदौर रेफर किया है। हादसे के बाद ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ा और वह पुल पर बने खंब चार के नजदीक की रैलिंग तोड़कर 30 फीट नीचे सूखी नदी में जा गिरा। इसके चलते ट्रैक्टर चालक पड़ाली निवासी राधेश्याम पिता बाबूलाल गुर्जर की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर में तीन मजदूर भी सवार थे। पुलिस घाट पर पहुंच गई है। सर्चिंग जारी है। उधर, ट्रक के चालक-परिचालक मौके से फरार हो गए हैं।
शाम को मिला खाद भरने का आर्डर
पड़ाली के धारा नायक ने बताया राधेश्याम पेंटर भी था। उसका एक बेटा है। स्वयं के ट्रैक्टर से भाड़े का सामान उठाता था। शनिवार को उसे पड़ाली से पुनासा तक खाद डालने का काम मिला। इसी खाद को लेकर वह पुनासा जा रहा था। इसी दौरान यह हादसा हो गया।
ट्रैक्टर के उड़े परखच्चे
करीब 30 फीट नीचे पत्थरों वाले स्थान पर ट्रैक्टर गिरा है। वाहन के परखच्चे उड़ गए हैं। गनिमत रही कि जिस स्थान पर ट्रैक्टर गिरा है वहां पानी नहीं था। इसके चलते मजदूर व वाहन बहाव वाले क्षेत्र से दूर गिरे हैं। तीन मजदूरों को घायलावस्था में सिविल अस्पताल बड़वाह भेजा है। वाहनों को बाहर निकालने के लिए क्रेन बुलाई है।
पुल के दोनों ओर लगा जाम
हादसे के बाद पुल के दोनों ओर एक-एक किमी तक वाहनों की लंबी कतार लगी। ट्रक में भरे कद्दे पुल के ऊपर बिखर गए। इससे वाहनों की आवाजाही रुक गई। मौके पर बड़वाह के अलावा सनावद व ओंकारेश्वर की पुलिस भी पहुंची। वाहनों को बाहर निकालने के लिए क्रेन बुलाई है। रात करीब ८.३० बजे रेस्क्यू शुरू किया गया।
9 दिन में दूसरा बड़ा हादसा
मोरटक्का के इस नर्मदा क्षेत्र में नौ दिनों में दूसरा बड़ा हादसा हुआ है। इसके पहले ८ जनवरी को यहां सनावद का एक परिवार रिश्तेदारों के साथ मन्नत उतारने के लिए नर्मदा नदी में चुनरी चढ़ाने आया था। पुल के पिलर से नाव टकराने के कारण वह पलट गई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी।
यह पहले पहुंचे मौके पर
हादसे के दौरान गौताखोर बाबूलाल मंगले, प्रदीप केवट व उनके साथी तत्काल नीचे गिरे ट्रैक्टर के पास पहुंचे। यहां चालक राधेश्याम सहित अन्य मजदूरों को बाहर निकाला। बाइक सवार लखन को भी उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। १०० डायल पर सूचना लेकर पुलिस को बुलाया। एसडीओपी मानसिंह ठाकुर, टीआई रामलाल डूडवे बल सहित पहुंचे। व्यवस्था संभाली।