भाई-भाई के बीच संपत्ति का नहीं विपत्ति का भी होना चाहिए बंटवारा
खरगोनPublished: Jan 13, 2020 06:39:03 pm
रामकथा के आठवें दिन उषा रामायणी दीदी ने कहा , सोमवार को होगा पूर्णाहुति के साथ भंडारा
राम-लखन और शबरी की झांकी पंडाल में आई।
बालसमुद भारत में नारियां वह रूप हैं जिनके आगे भगवान को भी बालक बनना पड़ता है। हर नारी ने अपने सतीत्व की रक्षा करना चाहिए। ऐसे घर में रहना चाहिए, जहां उसके सतीत्व की कोई परीक्षा ना लें सके। पति का अपमान नहीं करना चाहिए। वही पति ने भी पत्नी की बात को मानना चाहिए। पति पत्नी एक दूसरे के पूरक है। दोनों ने भावनाओं को समझना चाहिए। नारी केवल भोग की नहीं समान की भी हकदार है। नारी में तीन रूप में शक्ति। लक्ष्मी और सरस्वती बसती है। रिश्तों के धागों में बंधे भाइयों का प्रेम राम-लक्ष्मण की तरह प्रगाढ़ होना चाहिए। भाइयों के बीच संपत्ति का नहीं विपत्तियों का भी बंटवारा होना चाहिए। यह बात ग्राम के अयोध्या धाम पर चल रही संगीतमय राम कथा के आठवें दिन रविवार को चित्रकूट धाम से आई अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक उषा रामायणी दीदी ने कही। उन्होंने कहा आज भाई से भाई लड़ाई करता है। कोर्ट में पेशी के लिए जाते हैंं । ऐसे बहुत कम घर है जहां भरत ओर राम जैसे भाई हो। भाई वही है जो भाई की विपत्ति को बांट लें। हर दुख के समय साथ दें। बंटवारा हो तो भाई-भाई के बीच संपत्ति का नहीं विपत्ति का भी होना चाहिए। यदि ऐसा आज हो जाए तो कभी किसी भाई को कोर्ट कचहरी नहीं जाना पड़े। सीता हरण का प्रसंग सुनाते हुए दीदी ने कहा- आज के इस युग में अपने ही लोग आज की सीता का हरण कर रहे हैं। संस्कृति, सयता लज्जा खतरे में खड़ी है। आज पाप करने वालों की संया कम और उस पाप को देखने वालों की संया ज्यादा है। लेकिन यह ग्रंथों में लिखा है कि पाप को देखने वाले भी पाप करने वाले के बराबर दोषी बन जाते हैं। कथा के आठवें दिन राम और शबरी का मिलाप हुआ। भगवान राम, लक्ष्मण और शबरी की झांकी पंडाल में आई। शबरी ने राम को झूठे बैर खिलाए।
मां नर्मदा को रखे स्वच्छ
कथा समापन के बाद निमाड़ वासियों को संबोधित करते हुए दीदी ने कहा निमाड़ की जनता धन्य है जो आप को मां नर्मदा का किनारा मिला है। नर्मदा का किनारा जिनका नसीब रहता है उन्हीं को मिलता है। इस जीवनदायिनी मां को आप हमेशा साफ व स्वच्छ रखें। स्नान के दौरान शैंपू, साबुन का उपयोग ना करें। पंडाल में उपस्थित जनता से हाथ उठाकर नर्मदा को स्वच्छ रखने की शपथ ली गई।
आज पूर्णाहुति के साथ होगा भंडारा
सोमवार को संगीतमय नौ दिनी राम कथा का पूर्णाहुति के साथ समापन होगा। कथा का वाचन ग्यारह से एक बजे तक होगा। साथ ही 2 बजे के बाद पाटीदार धर्मशाला में भंडारा होगा। यह भंडारा ग्राम के सामाजिक कार्यकर्ता गणपत प्रजापत द्वारा दिया जाएगा।