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Video-बैलगाड़ी पर सवार होकर पहुंचे अफसरों ने टीका लगाने का दिया संदेश

locationखरगोनPublished: Jun 22, 2021 09:21:15 pm

वैक्सीनेशन…कसरावद एसडीएम सहित अधिकारियों का नवाचार, नावड़तोड़ी में लोगों को दी समझाइश, वैक्सीन लगाने के लिए किया जागरुक

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बैलगाड़ी पर सवार अधिकारी ग्रामीण अंदाज में जागरुकता के लिए निकले।


खरगोन.
कोरोना से बचाव के लिए सरकार वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी लोग अब भी अफवाह और भ्रम के चलते टीका लगवाने से डर रहे हैं। खरगोन जिले के कसरावद में प्रशासन ने अनूठा प्रयोग किया। जहां
ेएसडीएम संघप्रिय द्वारा अधिकारी बैलगाड़ी पर सवार होकर टीकाकरण के प्रचार-प्रसार के लिए निकले। कसरावद के समीप नावड़ातोड़ी पहुंचकर लोगों को टीकाकरण के लिए निमंत्रण दिया। इस दौरान जिला परियोजना समन्वयक केके डोंगरे व बीआरसी तथा शिक्षा विभाग के अमले ने टीके को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने की समझाइश दी । एसडीएम ने वैक्सीनेशन का डोज लें चुके गांव के नंदू केवट और कलावती केवट का संम्मान किया। संघप्रिय ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर वैक्सीनेशन की गति को बढ़ाने के लिए अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों के रुख कर रहे हैं। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन के टीके लेने में ग्रामीणों के बीच उत्सुकता कम दिख रहा है। वैक्सीन एक्सप्रेस के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। लेकिन जागरूकता के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के टीका लगवाना नहीं चाह रहे। क्योंकि कोरोना वैक्सीन को लेकर तरह-तरह की अफवाह फैलाई गई है। अफवाह को दूर करने को लेकर अधिकारी जागरूकता अभियान चला रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से गांव की जनता को जागरूक करने का कवायद किया जा रहा है। एसडीएम ने बताया कि प्रखंड के कई गांव में लोगों को जागरूक किया गया है। जिसके चलते ग्रामीण वैक्सीन लेने के लिए तैयार हो गए हैं। उनकी जो भी शिकायतें थी सब दूर कर दी गई है।
वैक्सीन लगाने से भाग रहे थे ग्रामीण
कोरोना वायरस से लड़ाई में भले ही टीकाकरण को प्रमुख हथियार माना जा रहा है लेकिन ग्रामीण इलाकों में फैली अफवाहों और भ्रांतियों के कारण अभियान कमजोर पड़ रहा था। ऐसे में टीकाकरण के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने के अब सरकारी अमला धरातल पर काम करते दिखाई देने लगा है। पहले टीकाकरण के बाद बीमार पडऩे और मौत होने की अफवाह जागरूकता अभियान पर भारी पड़ रही थी। ग्रामीण अपने प्रधान की बात मानने को भी तैयार नहीं थे। यहां तक कि टीकाकरण के लिए कहने पर गांव में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों से झगड़े पर भी उतारू हो जाते हैं।
केजी-फोटो २३४८
कसरावद। बैलगाड़ी पर सवार अधिकारी ग्रामीण अंदाज में जागरुकता के लिए निकले।
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