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एक दशक बाद बिगड़े हालत, पानी के लिए मचा हाहाकार

locationखरगोनPublished: May 26, 2019 09:11:13 pm

पानी की किल्लत से लोग परेशान, टैंकरों से जल सप्लाई

water crisis in khargone

water crisis in khargone

खरगोन. भीषण गर्मी से जूझ रहे शहर के बाशिंदों को अब पानी की एक-एक बूंद के लिए परेशान होना पड़ रहा हैं। यह हालत कुंदा नदी के सूखने पर निर्मित हुई हैं। कुंदा बैराज के खाली होने से शहर में पेयजल संकट की गंभीर उत्पन्न हो गई। एक दशक में इस तरह के हालत पैदा हुए हैं। जिससे लोगों को पानी के लिए तरसा दिया। शहर में कई वार्डों और कॉलोनियों में तीन-चार दिनों से पेयजल वितरण नहीं हो पाया है। रविवार को भी बीच शहर में पानी नहीं मिलने से लोग परेशान होते रहे। कुछ स्थानों पर नपा द्वारा टैंकरों से पानी का वितरण किया गया, लेकिन यह व्यवस्था भी नाकाफी साबित हुई। पीने के अलावा रोजमर्रा के उपयोग के लिए पानी नहीं मिला। छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं भी खाली बर्तन लेकर इधर-उधर दौड़ लगाते रहे। खारक बांध से छोड़ा गया पानी रविवार को भी खरगोन तक पहुंचा। अफसरों का दावा हैकि बैराज पानी से भर गया हैं।सोमवार से नियमित रूप से शहर में पेजयल सप्लाय किया जाएगा।

टैंकरों से बांटा पानी, लगी लोगोंं की भीड़
शहर में रविवार को भी नपा द्वारा कुछ क्षेत्रों में टैंकरों से पानी बांटा।वार्ड 7 और 10 में तलाई मार्ग, भोपपुरा, खसखसवाडी इलाकों में तीन दिन बाद लोगों को पानी नसीब हुआ।टैंकर आने पर कईघरों की महिलाएं और बच्चें खाली बर्तन लेकर पानी भरने पहुंच गए। रहवासी मुबारिक खान, अशफाक खान, अमीद खान, रमजान खान ने बताया कि तीन दिन से नपा के नलों से पानी नहीं आया।शिकायत करने पर रविवार सुबह टैंकर भेजा गया। रमजान में रोजा रखने वाले मुस्लिम भाई और परिवार के सदस्यों को भर गर्मी में पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है।बिस्टान रोडपर मास्टर कॉलोनी, स्वर्णकार, गंगाधाम कॉलोनी में रविवार को पानी स्पलाई नहीं हुआ।

वॉटर एटीएम पर पानी भरने वालों की कतार
आमतौर पर लोगों को एटीएम के बार लोगों को पैसे निकालने वालों की कतार दिखाई देती हैं। रविवार को नपा कार्यालय के ठीक सामने वॉटर एटीएम पर पानी भरने के लिए लंबी लाइन लगी थी।यहां कई लोग प्लॉस्टिक की केन हाथ में लेकर लाइन में खड़े थे।एटीएम से किसी को पांच तो किसी को एक लीटर ही पानी मिला।यहां रात में भी पानी के लिए लोगों की लाइन लगती है।

बड़े जलाश्यों ने छोड़ा साथ
शहर में कुंदा बैराज ही एकमात्र ऐसा जलस्रोत है, जहां से सभी दूर पानी सप्लाय होता हैं। गर्मी के बैराज पूरी तरह से खाली हो गया था।जिसे भरने के लिए देजला-देवाड़ा और खारक बांध से पानी लिया जाता हैं। लेकिन दोनों ही जलाश्य अब साथ छोडऩे लगे हैं।देजला-देवाड़ा में पर्याप्त पानी नहीं है।खारक बांध भी 15 दिन का पानी शेष बचा हैं।ऐसे में आगे पेयजल का गंभीर संकट खड़ा हो सकता है।

बैराज तक पहुंचा पानी
खारक बांध से छोड़ा गया पानी बैराज तक पहुंच गया। रविवार को कुछ इलाकों में पानी वितरित हुआ।सोमवार से नियमित रूप से स्पलाई किया जाएगा।नागरिकों से भी अपील है कि वह पानी दुरुपयोग न करें।
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