नगरपालिका के जल शाखा प्रभारी कमलकांत जोशी ने बताया अभी बैराज में पानी कम है। मानसून में देरी है। शहर में पेयजल संकट न बढ़े इसके लिए खारक डैम से पानी छुड़वाया है। उधर, बीते साल कम बारिश के चलते जिले के बड़े तालाबों ने भी जवाब दे दिया है। पानी तेजी से कम हो रहा है।
अभी तीसरे दिन हो रहा जल वितरण: 2 लाख आबादी वाले शहर में भी तीसरे दिन जल वितरण किया जा रहा है। प्रत्येक जोन में करीब 40 मिनट पानी की सप्लाई दी जा रही है। अप्रैल, मई और जून गर्मी के माह है। इन दिनों में हर साल जल संकट गहराता है। मौसम विभाग अनुसार अभी मानसून आने में करीब 20 दिन है। इसके चलते परेशानी बढ़ सकती है।
जिले में छोटे बड़े 154 तालाब
जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में लघु तालाब की संख्या 153 व मध्यम तालाब एक है। बीते वर्ष बारिश के कारण यह तालाब खाली रहे गए। जिले में महज चार तालाबों में पानी है इसके अलावा शेष 150 तालाब लगभग खाली है।
देजला-देवाड़ा और खारक पर निर्भरता
खरगोन शहर की पेयजल व्यवस्था खारक व देजला-देवाड़ा बांध से होती है। देजला-देवाड़ा डेम में फिलहाल क्षमता के अनुसार महज 2.55 प्रतिशत पानी ही बचा है। जबकि खारक डैम में क्षमता के मुकाबले 38.0 प्रतिशत पानी है। चूंकि खारक डैम से करीब छह गांवों में 1900 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए भी पानी छोड़ा जाता है।
फैक्ट फाइल
02 लाख आबादी शहर की
45 किमी नदी का रास्ता बांध से बैराज तक
02 दिन छोड़कर हो रहा जल वितरण
15 दिन का पानी बैराज में सुरक्षित
बड़े तालाब में पानी की स्थिति तालाब क्षमता उपलब्ध
देजला देवाड़ा 49.41 2.55
अंबक 18.41 7.07
साटक 18.29 1.14
खारक 18.29 38.0
(जानकारी जल संसाधन विभाग के अनुसार क्षमता व उपलब्धता क्यूबिक घन मीटर में)