कलेक्टर ने होमगार्ड, राजस्व, जनपद, स्वास्थ्य, खाद्य विभाग, जल संसाधन, एनव्हीडीए, बिजली विभाग के अलावा सभी नगरपालिका को ऐसी स्थिति से निपटने के लिए हर समय तैयार रहने को कहा है। यदि जल स्तर तो बढ़ रहा है, तो तुरंत वहां की निचली बस्तियों को स्थान खाली कराने व उनके ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था तय करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर यह भी कहा कि अधिक बारिश होने की स्थिति में नदी किनारों, तालाबों व पहाड़ी स्थलों पर सेल्फी न लें। इस तरह के दृश्य नर्मदा वाले क्षेत्र महेश्वर, मंडलेश्वर, सनावद-बड़वाह में ज्यादा देखे जाते हैं। अधिकांश मामले ऐसे आते हैं कि बाढ़ के पानी के साथ सेल्फी के चक्कर में हादसे होते हैं।
गोगावां, झिरन्या व खरगोन में सबसे ज्यादा बारिश
सोमवार सुबह 8 बजे से मंगलवार सुबह 8 बजे के बीच दर्ज की गई बारिश के अनुसार सबसे अधिक वर्षा गोगावां तहसील में हुई है। भू.अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां 130 मिमी वर्षा हुई है। झिरन्या में 124.8, खरगोन में 117.4 बारिश हुई। इसी तरह भीकनगांव में 76, भगवानपुरा में 40, सेगांव में 35, बड़वाह में 33, सनावद में 31, कसरावद-महेश्वर में 9-9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बीते 24 घंटे में जिले में कुल 605.2 मिमी व 60.5 औसत मिमी वर्षा हुई है।
गत वर्ष की तुलना ६ तहसीलों में ज्यादा ३ में कम बारिश
भू अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष जिले की 6 तहसीलों में अधिक व 3 तहसीलों में कम बारिश हुई है। बीते वर्ष की तुलना में सबसे अधिक वर्षा गोगावां में 197.1 मिमी, भीकनगांव में 137, खरगोन व भगवानपुरा में 80-80, महेश्वर में 72 व कसरावद में 69.9 मिमी अधिक वर्षा हुई है। जबकि झिरन्या में पिछले वर्ष की तुलना में 268.8 मिमी कम वर्षा हुई है। सेगांव में 183, बड़वाह में 72.3 मिमी कम वर्षा हुई है। रिकार्ड अनुसार जिले की औसत वर्षा 726.5 है।