शिक्षकों ने बताया जिन शिक्षकों के निधन की खबर बीते साल सुनी, जिनके उठावने में गए उनके नाम अब भी शिक्षकों के पोर्टल पर दर्ज है। कई बार इसकी शिकायतें की। लिखित आवेदन जवाबदारों को सौंपे, लेकिन समाधान नहीं हुआ। विभागीय त्रुटि का खामियाजा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया पूरी कराने में शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है।
शिक्षकों ने बताया जिले के कई प्राथमिक व मिडिल स्कूलों में शिक्षक पदस्थ है। लेकिन पोर्टल पर इन स्कूलों को रिक्त बताया है। कई स्कूलों की जानकारी ऐसी भी है जहां रिक्त पद है लेकिन यहां शिक्षक दर्शाएं गए हैं। माध्यमिक स्कूलों में विषयवार शिक्षक होने के बाद भी वहां के पद खाली बता रहे हैं।
शिक्षकों ने ज्ञापन के जरिए मांग की है कि पहले पोर्टल पर दर्ज प्रविष्टियों को सुधारा जाए। इसके बाद युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया लागू की जाए। सुधार के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी।