दमा पीडित बच्चों में मूंगफली से एलर्जी का खतरा
Published: May 19, 2015 10:15:00 am
परिजनों को दमे से पीडित बच्चों की जांच करानी चाहिए, ताकि उनमें मूंगफली से एलर्जी
होने का पता चल सके
न्यूयॉर्क। दमा की बीमारी से पीडित बच्चों में मूंगफली से एलर्जी का खतरा हो सकता है। लेकिन ज्यादातर लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती, क्योंकि इन दोनों बीमारियों के लक्षण एक जैसे ही हैं। यह जानकारी एक नए शोध में सामने आई है। शोध के मुताबिक, परिजनों को दमे से पीडित बच्चों की जांच करानी चाहिए, ताकि उनमें मूंगफली से एलर्जी होने का पता चल सके।
ओहियो के टोलेडो के मर्सी चिल्ड्रन अस्पताल के मुख्य शोधकर्ता रॉबर्ट कॉन का कहना है कि मूंगफली से एलर्जी के कई श्वास संबंधी लक्षण दमे की तरह ही होते हैं। इसके लक्षणों में श्वास लेने में तकलीफ, जोर-जोर से श्वास लेना और खांसी आदि है। शोधकर्ताओं ने मर्सी चिल्ड्रन अस्पताल के बाल चिकित्सा के फेफड़े संबंधी क्लिनिक के 1,517 बच्चों पर शोध किया, जिसमें पता चला कि इसमें से लगभग 11 प्रतिशत बच्चे मूंगफली एलर्जी से पीडित थे, लेकिन वे इससे अनभिज्ञ थे।
खून की जांच के लिए आए लगभग 44 प्रतिशत बच्चों में से लगभग 22 प्रतिशत मूंगफली से एलर्जी में सकारात्मक पाए गए। हालांकि, इनमें से आधे बच्चों या परिवारों को नहीं पता था कि ये इस बीमारी से ग्रसित हैं। इस शोध को अमेरिका के डेनवर में अमेरिकी थोरेसिस सोसाइटी (एटीएस) के 2015 अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पेश किया गया।