नहीं रहे 400 साल के बरगद दादा
किशनगढ़Published: Jun 12, 2019 07:47:21 pm
सागर परिसर में लगा था प्राचीन बरगद का पेड़इसकी शाखाएं सालों से पक्षियों का डेरा
नहीं रहे 400 साल के बरगद दादा
पुराना शहर सुख सागर परिसर में स्थित करीब 400 साल पुराना बरगद का पेड़ आखिरकार गिर गया। इस बरगद के पेड़ के गिरने का कारण जड़ों का गलना बताया जा रहा है। सालों पुराने इस बरगद के पेड़ गिरने की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और हर किसी की जुबान पर बरगद के पेड़ की उम्र और गिरने की बात थी।
सालों के पतझड़ झेल चुके पुराना शहर के सुख सागर परिसर में उगा यह बरगद का पेड़ मंगलवार देर शाम को गिर गया। पुराना शहर लुहाडिय़ावास निवासी बुजुर्ग लादूराम सांई (90) ने बताया कि यह बरगद का पेड़ उन्होंने सालों से देखा है। इसके तने की मोटाई करीब 5-6 फीट है और ऊंचाई करीब 65 से 70 फीट है। इस बरगद के पेड़ की शाखाएं भी काफी लम्बी और घनी है। शम ढलते ही पशिक्षों का झूंड से बरगद की टहनियां लद जाया करती थी। चिलचिलाती धूप में क्षेत्र के लोग इसकी छांव में बैठना पसंद करते थे। लेकिन अब इस प्राचीन बरगद के पेड़ की छांव में बैठने का सुकून नसीब नहीं होगा। यह सालों पुराना प्राचीन पेड़ उखड़ कर धराशाही हो गया।