किशनगढ़ में एक घंटे में बरसा 50 एमएम पानी
किशनगढ़Published: Aug 16, 2019 09:34:21 pm
बारिश से हुई भादो की शुरुआत, पहले ही दिन एक घंटे तेज बारिशनीचले इलाकों और दुकानों इत्यादि में भरा पानीकचहरी चौक में पुरानी बावड़ी पर बना मंदिर का एक हिस्सा, तीन जगह गिरी दीवारें
किशनगढ़ में एक घंटे में बरसा 50 एमएम पानी
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मदनगंज-किशनगढ़. भादवे के महीने के पहले दिन शुक्रवार को जमकर बदरा बरसे। नगर में शुक्रवार को हुई बारिश से नीचले इलाकों, घरों और दुकानों में पानी भर गया। शाम को हुई एक घंटे तक तेज बारिश से तहसील कार्यालय में लगे वर्षा मापी यंत्र में 50 एमएम बारिश आंकी गई है। एक घंटे तक हुई तेज बारिश से किशनगढ़ के लगभग सभी नालों में पानी ऊफान पर बहा और यहां की प्रसिद्ध गुंदोलाव झील में भी पानी की अच्छी आवक हो गई। झील में 12 फीट पानी की आवक होना बताया जा रहा है।
नगर में सुबह से ही कभी बादल छाए तो कभी तेज धूप रही। लेकिन अपराह्न करीब 3.15 बजे काले बादल छा गए और कुछ ही देर में करीब 3.25 पर तेज बारिश शुरू हो गई। इसके बाद लगातार एक रफतार से तेज बारिश हुई और तेज बारिश का सिलसिला शाम 4.25 बजे तक बना रहा। इसके बाद बारिश थम गई और रात तक रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। हमीर तालाब के ओवर फ्लो होने से मदनगंज से मार्बल एरिया की तरफ जाने वाला मार्ग पर काफी दूर तक पानी भर गया और करीब डेढ़ घंटे तक मार्ग पर आवागन बाधित हो गया।
प्राचीन मंदिर का एक हिस्सा ढहा
कचहरी चौक स्थित प्राचीन बावड़ी पर बने सीतारामजी के मंदिर का एक हिस्सा भर भरा कर ढह गया। बारिश में मंदिर और बावड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। इसी प्रकार मित्र निवास कॉलोनी में एक निजी स्कूल की दीवार, जैन कॉलोनी एवं विनायक नगर क्षेत्र में बाड़ों की दीवारें ढह गए।
झील में हुई पानी की आवक
गुंदोलाव झील में मौखम विलास के सामने बने गुमटी भी पानी में पूरी डूब गई। जानकारों का कहना है कि इस गुमटी पर पानी के माप अंकित है और कई सालों बाद झील में पानी की आवक हुई है। झील की पाल की तरफ भी पानी की आवक हुई है और जानकारी पाकर क्षेत्रीय लोग पाल पर पहुंचे और झलकते पानी को देख खुशी जाहिर की।