5 साल बाद फिर चली किशनगढ़ की गुंदोलाव झील की चादर
किशनगढ़Published: Aug 17, 2019 08:05:32 pm
12 फीट पानी की आवक होने से झील होती है ओवर फ्लोझील की चादर चलने से नगर के वाशिंदों में खुशी, देखने के लिए पहुंचे लोगझील और हमीर तालाब हुआ ओवर फ्लो
5 साल बाद फिर चली किशनगढ़ की गुंदोलाव झील की चादर
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मदनगंज-किशनगढ़. 30 साल में किशनगढ़ की प्रसिद्ध गुंदोलाव झील शुक्रवार मध्यरात्रि को एक बार फिर ओवर फ्लो हुई और चादर चली। झील के लबालब भरने और चादर चलता देखने के लिए नगरवासी रात को ही पाल पर चले गए और चादर से बहते पानी का लुत्फ उठाया। नियमित बारिश होने के बाद भी दूसरे दिन शनिवार को सुबह भी पाल पर नगरवासियों का तांता लगा रहा। किसी ने चादर से बहते पानी के साथ मोबाइल से शेल्फी ली तो किसी ने फोटोशुट करवाए। जानकारों के अनुसार झील में 12 फीट पानी की आवक होने पर झील की चादर से पानी छलकता है। इसी तरह हमीर तालाब और भोजियावास का प्राचीन तालाब भी पानी की अच्छी आवक होने से ओवर फ्लो हो गए। किशनगढ़ में 24 घंटे के भीतर 133 एमएम बारिश आंकी गई है।
किशनगढ़ के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार इंद्रदेव पूरे सावन माह मेहरबान रहे और नियमित रूप से अच्छी बारिश हुई और भादों माह के शुरुआत के पहले ही दिन शुक्रवार को पूरे परिक्षेत्र में जोरदार बारिश हुई। शहरी हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र के लगभग सभी जल स्त्रोत पानी से लबालब नजर आए और सड़कें पानी में डूब गई। बारिश का दौर शनिवार को भी सुबह से ही शुरू हो गया और दिनभर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर चला। बारिश से तापमान में गिरावट से ठंड़क भी हो गई।
30 साल बाद चली छलकी चादर
जानकारों के अनुसार बारिश अच्छी होने से वर्ष 1989 में भी गुंदोलाव झील की चादर चली थी। इसके बाद शहरी क्षेत्र में अच्छी बारिश होने से 1 अक्टूबर 2013 को झील की चादर चली थी और अब 16 अगस्त को दिनभर अच्छी बारिश होने से मध्यरात्रि को ही झील की चादर छलकी। जानकारों ने बताया कि वर्ष 1984 में झील पूरी तरह सूख चुकी थी और इसमें खेती कार्य भी होने लगा था।
12 फीट की गुमटी पानी में डूबी
झील में मौखम विलास के सामने झील में पानी की आवक मापने के लिए एक पक्की गुमटी बनी हुई है। जानकारों ने बताया कि झील में करीब 12 फीट की पानी की आवक होने पर यह गुमटी पानी में पूरी तरह डूब जाती है और चादर छलकने लगती है।
24 घंटे में 133 एमएम बारिश
तहसील कार्यालय में लगे वर्षा मापी यंत्र के अनुसार शनिवार को 24 घंटे में (शुक्रवार सुबह 8 बजे से शनिवार सुबह 8 बजे तक) 133 एमएम बारिश हुई। इसी प्रकार इससे एक दिन पूर्व शुक्रवार को (गुरुवार सुबह 8 बजे से शुक्रवार सुबह 8 बजे तक) 50 एमएम बारिश आंकी गई। इसी प्रकार 1 से 17 अगस्त शनिवार सुबह 8 बजे तक 342 एमएम बारिश हो चुकी है। जबकि पूरे जुलाई माह में बारिश का आंकड़ा 267 एमएम रहा।