प्रतिदिन हजारों ग्रामीणों को पानी के बीच में से होकर गुजरना पड़ रहा है। लेकिन ना तो पंचायत को ग्रामीणों की परवाह है ना प्रशासन को। हालात यह है कि लगातार गंदे पानी में से निकलने के कारण ग्रामीणों को चर्म रोग भी हो रहे हंै। क्षेत्र में गत दिनों हुई बारिश से उदयपुरखुर्द स्थित तालाब भर गया।
तालाब की चादर चलने के कारण पानी रास्ते में फैल गया। इससे गांव से सिलोरा रीको एरिया की ओर जाने वाले रास्ते में पानी अभी तक भरा हुआ है। इस रास्ते से उदयपुरखुर्द, गोदियाना, टिकावड़ा, भंवाड़ा, मुण्डोलाव, खेड़ा, फारकिया, गोवर्धनपुरा, बालापुरा, काढा, तिहारी, कानपुरा, कुम्हारिया बेरा, जिलावड़ा, बनेवड़ी के ग्रामीण सिलोरा रीको क्षेत्र की ओर जाते हैं। पानी भरने से सैकड़ों ग्रामीणों को पानी में से होकर गुजरना पड़ता है। पानी में से निकलने के कारण उनके कपड़े गीले हो जाते हैं। छात्र-छात्राओं को भी काफी परेशानी होती है। मजबूरी में लोगों को हाइवे से होकर जाना पड़ता है।
बढ़ जाती है दूरी दूसरे रास्ते से जाने के कारण दूरी बढ़ जाती है। ग्रामीणों के अनुसार इससे करीब चार किलोमीटर का फर्क पड़ता है। समय और ईंधन दोनों ज्यादा लगते हैं। वहीं राजमार्ग होने के कारण दुर्घटना का अंदेशा भी रहता है।