टूंकड़ा की पहाडिय़ों का जल्द होगा ड्रोन सर्वे
किशनगढ़Published: Mar 19, 2023 05:03:31 pm
भारतीय विमान पतन प्राधिकरण ने दी स्वीकृति
परामर्श दाता की हुई नियुक्त, पहाडिय़ों की कटाई की करेगा डीपीआर तैयार
जिला कलक्टर डीपीआर को सरकार को भेज कर मांगेेंगे बजट


टूंकड़ा की पहाडिय़ों का जल्द होगा ड्रोन सर्वे
मदनगंज-किशनगढ़.
किशनगढ़ एयरपोर्ट विस्तार में प्रमुख बाधा बनी टूंकड़ा की पहाडिय़ों का अब जल्द ही ड्रोन सर्वे होगा। भारतीय विमान पतन प्राधिकरण ने इन पहाडिय़ों के ड्रोन सर्वे की स्वीकृति दे दी है। ड्रोन सर्वे के बाद सम्पूर्ण खर्च की डीपीआर को जिला प्रशासन की ओर से राज्य सरकार को भेजा जाएगा। ताकि पहाडिय़ों की कटाई के लिए बजट मिल सके और कार्य शुरू किया जा सके। इस कार्य के लिए जिला कलक्टर ने एक निजी कम्पनी का परामर्श दाता भी नियुक्त कर दिया है।
किशनगढ़ एयरपोर्ट के साथ ही यहां के रन वे और टर्मीनल भवन के विस्तार का कार्य बीते दो तीन सालों से अटका हुआ है। उपरोक्त विस्तारिकरण कार्य के बाद ही इस एयरपोर्ट से एयरबस या बोइंग जैसे बड़े जहाजों की आवाजाही शुरू हो सकेगी। लम्बे समय से एयरपोर्ट विस्तारीकण कार्य और बड़े जहाजों के लेंडिंग और टेक ऑफ में टूकड़ा की इन दो पहाडिय़ों की ऊंचाई और गेगल स्थित प्रसार भारती के टावर की ऊंचाई बड़ी बाधा के रूप में सामने आई। इसके बाद ही से ही राज्य सरकार के स्तर पर जिला प्रशासन और भारतीय विमान पतन प्राधिकरण के बीच इन पहाडिय़ों की ऊंचाई को काट कर कम करने की कवायद की जा रही है। साथ ही प्रसार भारती के टॉवर को अन्यत्र स्थानांतरित करने या इसकी भी ऊंचाई का कम करने के भी प्रयास किया जा रहा है। इसी कवायद में अब इन दोनों पहाडिय़ों की ऊंचाई को काटने के लिए भारतीय विमान पतन प्राधिकरण नई दिल्ली ने ड्रोन सर्वे के लिए अनुमति दे दी है और राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला कलक्टर ने भी खर्च की सम्पूर्ण डीपीआर तैयार करने के लिए ड्रोन सर्वे के लिए एक निजी परामर्श कम्पनी के परामर्शदाता को नियुक्त भी कर दिया है। अब यह परामर्शदाता जल्द ही अपना ड्रोन सर्वे शुरू करेगा।