बार बार की ट्रिपिंग से हर कोई परेशान
किशनगढ़Published: Jun 07, 2019 12:44:04 pm
ट्रिपिंग से बनी रहती है परेशानीबार-बार बिजली कटौती से गर्मी में बढ़ी मुसीबत
बार बार की ट्रिपिंग से हर कोई परेशान
मदनगंज-किशनगढ़. गर्मी के इस सीजन में इन दिनों किशनगढ़ में बार-बार बिजली गुल होने की समस्या काफी परेशान कर रही है। बार बार बिजली गुल होने की समस्या से न केवल स्थानीय लोगों बल्कि व्यापारियों, दुकानदारों और अन्य उद्योगों में काम करने वाले व्यक्तियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगरीय क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह अघोषित कटौती और ट्रिपिंग के कारण बिजली चल जाती है जिसके कारण तेज गर्मी में लोगों की समस्या कई गुना बढ़ गई है।
गर्मी के इस सीजन में इन दिनों बार.बार बिजली गुल होने की समस्या काफी परेशान कर रही है। बार बार बिजली गुल होने की समस्या से न केवल स्थानीय लोगों बल्कि व्यापारियों, दुकानदारों और अन्य उद्योगों में काम करने वाले व्यक्तियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगरीय क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह अघोषित कटौती और ट्रिपिंग के कारण बिजली चल जाती है जिसके कारण तेज गर्मी में लोगों की समस्या कई गुना बढ़ गई है। उद्योग धंधों के संचालकों को जनरेटर चलाना पड़ता है तो कई जगह इनवर्टर चलाना पड़ रहा है फिर भी समस्या बनी हुई है। उद्यमियों, व्यापारियों और दुकानदारों को अपने काम ध्ंाधों के संचालन में कठिनाई आने लगी है। गर्मी के मौसम में बार-बार बिजली जाने से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे उत्पादन और ग्राहकी का नुकसान हो रहा है फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। वहीं मजदूरों को मजदूरी का नुकसान उठाना पड़ता है। घरों में भी लोगों को विशेषकर बच्चों को संभालने में परेशानी होती है। वर्तमान में तापमान 44 से 45 डिग्री तक चल रहा है और लू के कारण बीमार होने का डर बना रहता है। दुकानदार नरसिंह ने बताया कि बार-बार बिजली जाने से परेशानी बनी हुई है। सुबह से दोपहर तक और फिर शाम तक कई बार बिजली कटौती होती रहती है। कई बार तो सुबह दुकान खोलते ही लाइट चली जाती है।
बार-बार बिजली गुल होने से परेशानी बनी हुई है। तेज धूप और गर्मी के कारण समस्या बढ़ जाती है। विद्युत निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
-चंद्रशेखर काकड़ा
बिजली ट्रिपिंग और कटौती होने के कारण बार-बार मशीने बंद हो जाती है। इससे उत्पादन कम होने से मजदूरी का नुकसान होता है।
-कन्हैया सिंह