बुराईयों से हमेशा घृणा करनी चाहिए
किशनगढ़Published: Jul 18, 2019 07:34:04 pm
आर्यिका विज्ञाश्री ने दिए धर्मोपदेश
बुराईयों से हमेशा घृणा करनी चाहिए
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मदनगंज-किशनगढ़. आर्यिका विज्ञाश्री ने जैन भवन में धर्मोपदेश देते हुए कहा कि व्यक्ति को किसी दूसरे को दोष देने का अधिकार नहीं है। समझदार व्यक्ति औरों पर व्यर्थ के दोषारोपण करने में अपना समय बर्बाद नहीं करता। बुराई हमारे या किसी के काम की कोई चीज नहीं है। इसीलिए जिस प्रकार हमें दूसरों के अंदर बुराई देखना पसंद नहीं होता, उसी प्रकार अपने अंदर भी हम बुराइयों से घृणा करते हुए अपने समस्त बुराइयों को दूर करने का प्रयत्न करना चाहिए। आर्यिका ने कहा कि ईश्वर सर्वगुण संपन्न है। उसकी संतान होने के कारण हमारी आत्मा के अंदर कोई न कोई गुण या विशेषता अवश्य होती है। काल प्रभाव के कारण आत्मा के अंदर वर्तमान में बुराईयां एवं गिरावट आ गई है। व्यक्ति का कर्तव्य है कि किसी भी मनुष्य की बुराईयां ना देख, उसकी आत्मा की अच्छाईयां ढूंढने की कोशिश करें। मनुष्य हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाइ, बौद्ध, जैन, पारसी, यहूदी इत्यादि किसी धर्म का क्यों ना हो अपने वास्तविक स्वरूप में वह आत्मा ही है। आत्मा मनुष्य की देह से न्यारी एवं चैतन्य शक्ति है। जो मस्तिष्क यंत्र की सहायता से संपूर्ण शरीर का संचालन करती है। व्यक्ति को किसी दूसरे व्यक्ति से घृणा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घृणा पापी से नहीं बल्कि उसके पाप या बुराई से करनी चाहिए। मनुष्य की समस्त बुराईयां ही समस्त पापों की जड़ है। इसीलिए व्यक्ति को उन बुराईयों को मिटाने का प्रयास करना चाहिए। व्यक्ति को संर्कीण एवं संकुचित दृष्टि से निकलकर जीवन में विशाल दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। इससे सभ्ी एक-दूसरे से स्नेह कर सके एवं जीवन में सदा सहनशील बन सके।
आज मिलेगा भारत गौरव सम्मान
आर्यिका विज्ञाश्री को आध्यात्म क्षेत्र में भारत गौरव सम्मान 19 जुलाई को लंदन में प्रदान किया जाएगा। प्रवक्ता संजय जैन ने बताया कि संस्कृति युवा संस्था लंदन चैप्टर की ओर से ब्रिटिश पार्लियामेंट लंदन में प्रवचन प्रवाहिका आर्यिका विज्ञाश्री को 19 जुलाई को अध्यात्म क्षेत्र के अंतर्गत भारत गौरव सम्मान से नवाजा जाएगा। उक्त सम्मान विज्ञा ज्योति सेवा समिति के राकेश जैन, अनिल सुराशाही शुक्रवार को ब्रिटिश पार्लियामेंट लंदन में प्राप्त करेंगे।